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रेप केस में गिरफ्तार कांग्रेस MLA का बेटा थाने में भी हेकड़ी दिखाने से बाज़ नहीं आया

6 महीने से फरार था आरोपी.

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कांग्रेस विधायक का बेटा करण मोरवाल (लेफ्ट) पिछले 6 महीने से रेप के केस में फरार चल रहा था, लेकिन आखिर पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया.
मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने आखिरकार 6 महीने से फरार चल रहे रेप के आरोपी करण मोरवाल को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी बड़नगर से कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल का बेटा है. करण को उज्जैन के पास मक्सी से गिरफ्तार किया गया. रेप का आरोप लगने के बाद से ही वह फरार था. गिरफ्तारी के बाद भी हेकड़ी कायम गिरफ्तारी के बाद भी आरोपी करण मोरवाल की हेकड़ी कम नहीं हुई. हवालात के बाहर पुलिस ने जब उसे फोटोशूट के लिए सिर पर से हुड हटाने को कहा तो उसने पुलिस वाले का हाथ झटक दिया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें लाल हुडी में करण मोरवाल पुलिसवाले का हाथ झटकते नजर आ रहा है.
मध्यप्रदेश बड़नगर कांग्रेस विधायक @Mlamurlimorwal का बेटा @KaranMorwal_INC गिरफ्तार शाजापुर जिले के मक्सी से किया गिरफ्तार बलात्कार के मामले में फरार था करण मोरवाल@upmita @brajeshabpnews@collectorUJN pic.twitter.com/IWrKgtKu5d — Shubham maheshwari (@ShubhamAN24) October 27, 2021
क्या था मामला? मध्य प्रदेश पुलिस के मुताबिक, विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण मोरवाल के खिलाफ 23 साल की लड़की ने 2 अप्रैल 2021 को दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था. वह कांग्रेस कार्यालय में ही काम करती थी. युवती का आरोप है कि 14 फरवरी 2021 को करण उसे होटल में ले गया था. वहां उसने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया. उसके बाद वह उसे फ्लैट पर ले गया और दुष्कर्म किया. सुबह नशा उतरने के बाद युवती को अपने साथ हुई ज्यादती का पता चला. जब उसने विरोध किया तो करण ने उससे शादी का वादा किया. बाद में कई बार शादी का वादा करके रिलेशन बनाता रहा. रेप का केस दर्ज होने के बाद ही करण मोरवाल फरार हो गया था. 6 महीने से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. इस बीच उस पर इनाम भी रखा गया था. करण मोरवाल पर हाल ही में इनाम की राशि 15 हजार से बढ़ाकर 25 हज़ार रुपए की गई थी. सरेंडर की दी गई थी चेतावनी बलात्कार के आरोपी की 6 महीने बाद भी गिरफ्तारी न होने को लेकर शिवराज सरकार पर भी सवाल खड़े हो रहे थे. हाल ही में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने करण मोरवाल को चेतावनी दी थी कि जितना जल्दी हो सके, वह पुलिस के सामने सरेंडर कर दें. अगर ऐसा नहीं किया तो ऐसी नजीर दी जाएगी जो पूरा मध्य प्रदेश याद रखेगा. बढ़ते दबाव को देखते हुए पुलिस ने करण की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें बनाईं. 4 टीम में लगभग 30 पुलिस कर्मी और क्राइम-खुफिया विभाग के अफसर शामिल थे. ताबड़तोड़ दबिश डाली गईं. सोमवार सुबह भी पुलिस ने अलग-अलग जगह छापेमारी की. इसी दौरान मक्सी के एक फार्म हाउस पर करण मोरवाल के छिपे होने की खबर मिली. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, पुलिस करण मोरवाल को कोर्ट में पेश करने से पहले पीड़िता ने हंगामा किया. पीड़िता का आरोप था कि करण को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. वहीं रिमांड पर ले जाते वक्त करण मोरवाल ने पीड़िता पर आरोप लगाया कि वह पहले भी 3 लोगों को रेप केस में फंसा चुकी है.

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