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टेनिस बॉल क्रिकेट खेलने वाला वो लड़का जिसे टीम में लाने के लिए गंभीर सेलेक्टर्स से लड़ गए

अब इंडिया की टेस्ट टीम में जगह मिली है.

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देश की टेस्ट टीम तक पहुंचने की ये कहानी बेहद प्रेरक है.
साल था 2013. दिसंबर की एक सुबह दिल्ली की रणजी टीम पुरानी दिल्ली के रोशनारा क्रिकेट क्लब में नेट प्रैक्टिस कर रही थी. यहां टीम को प्रैक्टिस करवाने के लिए किराए पर बाहर से लड़के लाए गए थे. पूरा दिन नेट्स में बॉलिंग करवाने के 250 रुपए मिलते थे. यहां एक बॉलर था जिसे लेदर बॉल से खेलने और बॉलिंग करने का बिल्कुल भी एक्सपीरियंस नहीं था. वो नेट्स के बगल में खड़ा था. उसकी हाइट अच्छी थी तो गौतम गंभीर की नजर इस लड़के पर गई. ये हरियाणा के करनाल से आया 21 साल का लड़का नवदीप सैनी था.
गंभीर ने कहा तुम बॉल फेंको. नवदीप ने हिचकिचाते हुए कहा- मुझे लेदर बॉल से बॉलिंग करनी नहीं आती. गंभीर ने कहा जैसे टेनिस बॉल से फेंकते हो, वैसे ही फेंको. उसी स्पीड से. उसी उछाल से. नवदीप ने बॉलिंग करनी शुरू की और गंभीर को कई ऐसी गेंदें फेंकीं जिन पर वो बीट हो रहे थे. यहीं से शुरू हुआ इस टेनिस बॉल क्रिकेट खेलने वाले नवदीप सैनी का घातक तेज गेंदबाज बनने का सफर. यहीं से नवदीप दूसरे सीनियर खिलाड़ियों की भी नजर में आए. बावजूद इसके कि नवदीप को गंभीर का सपोर्ट मिला था, दिल्ली में क्रिकेट चलाने वाले DDCA के अधिकारियों के लिए वो हरियाणा से आया बाहरी ही था. गंभीर का नवदीप को लेकर एक किस्सा दिल्ली के क्रिकेट गलियारों में ये फेमस हुआ कि गंभीर ने एक बार दिल्ली के एक सलेक्टर को नवदीप की गेंदबाजी देखने के लिए कहा और उस सलेक्टर ने नवदीप को नजरांदाज कर लिया. इस पर गंभीर नेट्स में सभी के सामने गुस्साए थे.
Navdeep bowling
नवदीप सैनी 140 kph से गेंद फेंकते हैं और टीम इंडिया तक पहुंचने में गौतम गंभीर का सबसे बड़ा रोल मानते हैं.

अपने जिद्दी मिजाज के लिए मशहूर गौतम गंभीर ने डीडीसीए अधिकारियों के सामने 21 साल के नवदीप को टीम में शामिल करने की मांग रखी. काफी विरोध हुआ मगर गंभीर ने विदर्भ के खिलाफ नवदीप को रणजी टीम में शामिल करवा ही लिया. 2013 में ये लड़का दिल्ली के लिए अपना पहला रणजी मैच खेला. बंगाल के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में 140 kph की रफ्तार से गेंद फेंकने के चलते सैनी का खूब भौकाल बना. बल्लेबाज गेंद से बल्ला छुआ भी नहीं पा रहे थे. रणजी में अच्छा करने के बाद 2017 में ही नरवाल को इंडिया ए में शामिल किया गया और टीम के साथ साउथ अफ्रीका गए. वहां 2 मैचों में 7 विकेट लिए. इसके बाद दिलीप ट्रॉफी में भी खेलने का मौका मिला. बीते रणजी सीजन में दिल्ली के लिए रणजी में खेलते हुए नवदीप ने 8 मैचों में 34 विकेट लिए. इसी के चलते 14 जून से अफगानिस्तान के खिलाफ हो रहे पहले और इकलौते टेस्ट में नवदीप को टीम इंडिया में शामिल किया गया है. वैसे टीम मैनेजमेंट नवदीप को साउथ अफ्रीका में बतौर नेट्स बॉलर आजमा चुकी है.
Navdeep Saini-Gambhir
रणजी में दिल्ली की तकदीर बदलने में नवदीप का भी हाथ है.

नवदीप के टीम इंडिया में शामिल होने के बाद गौतम गंभीर का ये ट्वीट देखिए. इसमें गंभीर ने तल्ख मिजाज में बिशन सिंह बेदी और चेतन चौहान को कहा कि देखिए बाहरी नवदीप टीम इंडिया में शामिल हो गया. वो पहले इंडियन है, फिर किसी राज्य का. कहा जाता है कि बिशन सिंह बेदी और चेतन चौहान ने नवदीप के दिल्ली रणजी टीम में शामिल किए जाने के प्रस्ताव का विरोध ये कहकर किया था कि वो हरियाणा से है और उसने दिल्ली में किसी भी ऐजग्रुप क्रिकेट नहीं खेला है.
Gautam Gambhir

नवदीप सैनी हरियाणा के करनाल से एक आम परिवार से आते हैं. दादा करम सिंह फ्रीडम फाइटर रहे हैं और वे नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में थे. क्रिकेट खेलने का जुनून तो था मगर इसे आगे खेलने के लिए न तो गाइडेंस थी और न ही पैसा. टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने दूर-दूर तक जाता था. वहां से जो पैसा मिला उससे करनाल प्रीमियर लीग में खुद को रजिस्टर करवाया. यहां नजर पड़ी दिल्ली के मीडियम फास्ट बॉलर सुमित नरवाल की. नरवाल ही नवदीप को दिल्ली लेकर गए थे. घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के दम पर आईपीएल की रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर में नवदीप को जगह मिली.आरसीबी के बॉलिंग कोच आशीष नेहरा ने नवदीप की गेंदबाजी पहले ही देखी हुई थी. नवदीप को इस सीजन 3 करोड़ रुपए में खरीदा गया था. हालांकि इस सीजन नवदीप को एक भी मैच खेलने को नहीं मिला, मगर नवदीप के भविष्य को लेकर अब किसी को कोई शक नहीं है.
सैनी ने विदर्भ के खिलाफ मैच में रवींद्र जडेजा की स्टंप्स बिखेर दी थीं:
https://youtu.be/j-v4T2b9WNY


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