झवेरचंद मेघाणी की जयंती पर जारी निमंत्रण पत्र. फोटो साभार- ट्विटर
झवेरचंद मेघाणी. मशहूर गुजराती कवि, समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी. 28 अगस्त को उनकी 125वीं जयंती के मौके पर गुजरात साहित्य अकादमी ने जो इनविटेशन कार्ड छपवाए हैं, उसमें मेघाणी की ही फोटो गायब है. वहीं इस निमंत्रण पत्र में पीएम नरेंद्र मोदी, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, डिप्टी सीएम नितिन पटेल और अन्य नेताओं की फोटो है, लेकिन जिनकी जयंती मनाई जा रही है उन्ही की फोटो गायब है.सोशल मीडिया पर लोग इस इनविटेशन कार्ड की तस्वीर शेयर कर रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि आखिर मेघाणी की तस्वीर इस पर क्यों नहीं है? अतुल मोदानी ने ट्विटर पर लिखा- झवेरचंद मेघाणी की 125वीं जयंती मनाने के लिए जारी गुजरात सरकार के इनविटेशन कार्ड में उन्हें तलाश करें. https://twitter.com/atulmodani/status/1431509036520787968 तुषार दवे ने ट्वीट किया- इसमें मेघाणी की फोटो ढूंढो और दिखाओ. संकेत: सफेद दाढ़ी वाले भाई मेघाणी नहीं हैं! https://twitter.com/tushardave1021/status/1431500408556503043 डॉक्टर तोहिद आलम खान ने लिखा,
"इस पोस्टर से कौन गायब है? गुजरात सरकार कवि, लेखक, समाज सुधारक, और स्वतंत्रता सेनानी झवेरचंद मेघाणी की 125वीं जयंती मना रही है. खुद को महिमामंडित करने और श्रेय हथियाने के लालच में उसी शख्स की तस्वीर लगाना भूल गए जिसकी जयंती मना रहे हैं."
https://twitter.com/aapkatohidalam/status/1431470077132562435 नीरव अक्षय नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि झवेरचंद मेघाणी की तस्वीर खोजो और एक करोड़ पाओ. https://twitter.com/NiravAkshay/status/1431239307218415618 मयंक लिखते हैं,
"महान कवि झवेरचंद मेघाणी की 125वीं जयंती पर महात्मा मंदिर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. दुष्प्रचार से ग्रसित सरकार ने कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में मेघाणी की फोटो तक नहीं लगाई."
पूरा मामला क्या है?
28 अगस्त को झवेरचंद मेघाणी की 125वीं जयंती के मौके पर गुजरात के गांधीनगर में स्थित महात्मा मंदिर में गुजरात साहित्य अकादमी की ओर से कार्यक्रम किया जा रहा है. इसी के इनविटेशन कार्ड में झवेरचंद मेघाणी की तस्वीर नहीं है, जबकि बीजेपी के नेताओं की तस्वीरें इसमें दिख रही हैं. आजतक की गुजरात संवाददाता गोपी मनियर के मुताबिक,
आम आदमी पार्टी की ओर से भी ये मुद्दा उठाया जा रहा है. लेकिन सरकार या प्रशासन की ओर से अब तक इस मामले में कोई बयान नहीं आया है.
झवेरचंद मेघाणी कौन थे?
झवेरचंद मेघाणी की शख्सियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद महात्मा गांधी ने उन्हें राष्ट्रीय शायर की उपाधि दी थी. 28 अगस्त 1896 को गुजरात के राजकोट के पास छोटीला नाम की जगह पर उनका जन्म हुआ था. गुजराती भाषा में उनके लिखे गीत, कविताएं, लेख, जनता की आवाज बन गए थे. एक पत्रकार के तौर पर, लेखक और कवि के तौर पर तो वह जाने ही जाते हैं, साथ ही समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में भी याद किए जाते हैं. 'दी लल्लनटॉप' ने गुजरात साहित्य अकादमी से संपर्क करने की कोशिशें की. वेबसाइट पर दिए गए नंबरों पर फोन किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका. गुजरात साहित्य अकादमी, स्थानीय प्रशासन या फिर सरकार की ओर से इस मामले में बयान आते ही आपको जरूर बताएंगे.