इंडिगो (IndiGo) की फ्लाइट में कथित लापरवाही का मामला सामने आया है. अयोध्या (Ayodhya) से दिल्ली (Delhi) जा रही इंडिगो फ्लाइट को खराब मौसम के कारण डायवर्ट करना पड़ा. लेकिन इसमें भी दिक्कत ये थी कि उस प्लेन में महज 1-2 मिनट का फ्यूल (fuel) ही बचा था. इससे सभी यात्री बुरी तरह घबरा गए. इसके बाद प्लेन की चंड़ीगढ़ (Chandigarh) में लैंडिंग करानी पड़ी. हालांकि इंडिगो के एक प्रवक्ता का कहना है कि प्लेन में पर्याप्त फ्यूल था और बिल्कुल सफल लैंडिंग कराई गई. इस प्लेन में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के DCP सतीश कुमार (Satish Kumar) भी मौजूद थे. उन्होंने इसके बारे में सोशल मीडिया (Social Media) पर पोस्ट किया. सतीश कुमार ने पोस्ट में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) को भी टैग किया है.
'प्लेन में 1-2 मिनट का फ्यूल ही बचा...' जब यात्रियों को ये पता लगा, पुलिस अफसर ने सुनाई आपबीती
Ayodhya से रवाना हुआ प्लेन ख़राब मौसम के चलते Delhi Airport पर नहीं उतर पाया. इसके बाद उसे Chandigarh डायवर्ट कराना पड़ा. लेकिन इस दौरान इसमें क्या-क्या हुआ? एक यात्री ने सुनाई पूरी कहानी!

दरअसल, फ्लाइट 6E 2702 अयोध्या से 13 अप्रैल को दोपहर 3.25 पर रवाना हुई. 4.30 बजे उसे दिल्ली उतरना था. लेकिन ये लैंडिंग नहीं हो पाई. इस बारे में सतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर लिखा,
“एक दुखद अनुभव हुआ. इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E2702, जिसकी अयोध्या से रवानगी का समय दोपहर 3.25 बजे और दिल्ली लैंडिंग का समय शाम 4.30 है. लगभग शाम 4.15 बजे पायलट ने घोषणा की दिल्ली एयरपोर्ट पर मौसम खराब है. आश्वासन दिया कि प्लेन में 45 मिनट का होल्डिंग फ्यूल है. पायलट ने 2 बार लैंडिंग की कोशिश की, लेकिन खराब मौसम के कारण लैंडिंग नहीं हो पाई. फिर भी आगे का प्लान बनाने में काफी समय बर्बाद हुआ.”
सतीश कुमार ने आगे लिखा,
“शाम 5.30 बजे (होल्डिंग फ्यूल के बारे में बताने के 75 मिनट बाद) पायलट ने बताया कि वो अंततः चंडीगढ़ में लैंडिंग की कोशिश करेगा. उस समय तक बहुत से यात्री और क्रू स्टाफ का एक मेंबर घबराहट के कारण उल्टियां करने लगा. आखिरकार घोषणा के 115 मिनट बाद प्लेन शाम 6.10 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर उतरने में कामयाब रहा. लैडिंग के बाद क्रू स्टाफ से पता चला कि 1-2 मिनट का फ्यूल बचाकर हम ऐन वक़्त पर उतरे हैं. यात्रियों के लिए ये बहुत मुश्किल घड़ी थी. ये जानना ज़रूरी है कि क्या सभी SOP का पालन किया गया था.“
हालांकि इस पर इंडिगो के एक प्रवक्ता ने भी सफाई दी है. प्रवक्ता ने कहा कि कैप्टन ने एक गो-अराउंड एग्जीक्यूट किया, जो मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुरूप है. ये बिल्कुल सुरक्षित था. नियमों के मुताबिक़, प्लेन को वैकल्पिक एयरपोर्ट पर ले जाने के लिए पर्याप्त ईंधन था.
इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारे यात्रियों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है. हमें एयरलाइन में हुई किसी भी असुविधा के लिए खेद है.’