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हिटलर की चांदी की पेंसिल नीलाम होगी, कीमत जान जबड़ा-अखियां खुल जईं

हिटलर की प्रेमिका ने उसे ये पेंसिल गिफ्ट की थी. इस पर उन दोनों के नाम के पहले अक्षर लिखे हैं.

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चांदी वाली वो पेंसिल (बाएं) जो प्रेमिका ने हिटलर (दाएं) को गिफ्ट की थी. (फोटो- Bloomfield Auctions/Kelvin/आजतक)

जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर की एक पेंसिल करीब 81 लाख रुपये में नीलाम हो सकती है. पढ़कर आंख गोल हो गईं! लेकिन ये सच है. लाखों लोगों की हत्या करवाने वाले हिटलर की इस पेंसिल की नीलामी होने वाली है. अनुमान लगाया गया है कि इसे 50 हजार से लेकर 80 हजार पाउंड की कीमत में नीलाम किया जा सकता है. भारतीय रूपये में ये कीमत 80 लाख रुपये से भी ज्यादा है. 

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पेंसिल की पहली खासियत यही है कि ये हिटलर की पेंसिल है. दूसरी ये कि पेंसिल चांदी की है. तीसरी ये कि हिटलर की प्रेमिका ईवा ब्रॉन ने उसे ये पेंसिल गिफ्ट की थी. इस पर हिटलर और ईवा ब्रॉन के नाम के पहले अक्षर भी लिखे हैं. कहा जाता है कि ईवा ने हिटलर के 52वें जन्मदिन, 20 अप्रैल, 1941 को उसे ये पेंसिल तोहफे में दी थी.

पेंसिल की नीलामी 6 जून को आयरलैंड के बेलफास्ट होगी. इसका आयोजन ब्लूमफील्ड ऑक्शन ने किया है. पेसिंल के साथ-साथ हिटलर के साइन वाली एक तस्वीर, उसकी कुछ कटलरी और 1869 में रानी विक्टोरिया द्वारा लिखे माफीनामे की भी नीलामी होगी. 8.5 सेंटीमीटर की ये पेंसिल व्हाइट मेटल से बनी है. ऊपर से चांदी की कोटिंग है.

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द गार्जियन से बात करते हुए ब्लूमफील्ड ऑक्शन के मैनेजिंग डायरेक्टर, कार्ल बेनेट ने कहा कि हिटलर की ये पेंसिल इतिहास के छिपे हुए हिस्से को उजागर करती है. उन्होंने बताया कि इससे हिटलर के व्यक्तिगत संबंधों के बारे में पता चलता है जिसे उसने लोगों से छिपाकर रखा था. वो बताते हैं कि हिटलर की छवि तानाशाह वाली थी, लेकिन प्यार के टोकन के तौर पर दी गई ये पेंसिल उसके एक अलग व्यक्तित्व को उजागर करता है.

इंडियन एक्सप्रेस से जुड़ी वंदना कालरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले भी हिटलर से जुड़े कुछ सामान की नीलामी हुई है. पिछले साल ही अमेरिका में नीलामी आयोजित करने वाले अलेक्जेंडर हिस्टोरिकल ऑक्शन ने हिटलर के कुछ सामान बेचे थे. तब उसकी एंड्रियास ह्यूबर रिवर्सिबल घड़ी 1.1 मिलियन डॉलर (करीब 9 करोड़ रुपये) में बेची गई. उस वक्त नीलामी का कई लोगों ने विरोध भी किया था. एक ओपन लेटर में पाउंडपीयन यहूदी संघ ने मांग की थी कि घड़ी की बिक्री रद्द कर दी जाए. ऑस्ट्रिया, फ्रांस और जर्मनी में तो नाजी से जुड़ी वस्तुओं की बिक्री पर ही प्रतिबंध है. 

कैसे मिले ईवा और हिटलर? 

रिपोर्ट में लिखा है कि ईवा ब्रॉन एक जर्मन फोटोग्राफर थी और पहली बार 1929 में म्यूनिख में हिटलर से एक मॉडल के तौर पर मिली थी. तब ईवा 17 साल की थी. वो हिटलर के पर्सनल फोटोग्राफर हेनरिक हॉफमैन की असिस्टेंट के तौर पर काम कर रही थी. हिटलर उम्र में ईवा से 23 साल बड़ा था. कुछ सालों बाद दोनों रिलेशनशिप में आए. 1935 में हिटलर ने कथित तौर पर ईवा को म्यूनिख में एक अपार्टमेंट भी दिया.

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हिटलर और ईवा का रिश्ता कभी पब्लिक नहीं हुआ. उनकी साथ में बस एक फोटो है. 1936 के शीतकालीन ओलंपिक के दौरान की. जर्मन इतिहासकार हेइके गोर्टेमेकर अपनी किताब, ईवा ब्रॉन: लाइफ विद हिटलर में लिखते हैं कि युद्ध के बाद तक भी जर्मन की जनता उनके संबंधों से अनजान थी.

माना जाता है कि अप्रैल 1945 में एक छोटे से बंकर में सुसाइड करने से कुछ दिन पहले दोनों ने एक-दूसरे से शादी की थी. शादी में गवाह बने थे नाजी राजनेता पॉल जोसेफ गोएबल्स और मार्टिन बोरमैन.

वीडियो: कैसे हुआ इस तानाशाह का अंत, हिटलर जिसे अपना गुरु मानता था

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