देश और दुनिया में क्रिसमस डे सेलिब्रेशन की बड़े जोर-शोर से तैयारी चल रही है. बाजार से लेकर ऑफिस तक हर जगह क्रिसमस की सजावट की गई है. इस बीच BJP शासित राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में प्रशासन ने एक आदेश दिया है. इसमें स्कूलों में क्रिसमस डे के मौके पर बच्चों को 'जबरदस्ती' सेंटा क्लॉज बनाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है.
क्रिसमस डे से पहले जिले में आदेश, 'बच्चों को जबरदस्ती सेंटा क्लॉज बनाया तो खैर नहीं'
मामला श्रीगंगानगर जिले का है. जिले के शिक्षा विभाग को शिकायत मिली थी कि स्कूलों में बच्चों को सेंटा क्लॉज बनाने के लिए ‘मजबूर किया जा रहा’ है. इसके बाद श्रीगंगानगर के जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, कार्यालय की तरफ से जबरदस्ती सेंटा क्लॉज बनाने को लेकर आदेश जारी किया गया


राजस्थान में सेंटा क्लॉज को लेकर एक सरकारी पत्र जारी हुआ. इंडिया टुडे से जुड़े हरनेक सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, पत्र में साफ तौर पर कहा गया कि सेंटा क्लॉज बनाने के लिए किसी भी माता-पिता या बच्चे पर गैर-जरूरी दबाव ना डाला जाए.
मामला श्रीगंगानगर जिले का है. जिले के शिक्षा विभाग को शिकायत मिली थी कि स्कूलों में बच्चों को सेंटा क्लॉज बनाने के लिए ‘मजबूर किया जा रहा’ है. इसके बाद श्रीगंगानगर के जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, कार्यालय की तरफ से जबरदस्ती सेंटा क्लॉज बनाने को लेकर आदेश जारी किया गया. इसमें कहा गया कि अगर किसी स्कूल ने बच्चों को सेंटा क्लॉज बनाने के लिए दबाव डाला, तो कड़ी कार्रवाई होगी.
श्रीगंगानगर के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी अशोक वाधवा से इस मामले पर सवाल किया गया. उन्होंने मीडिया को बताया,
"भारत तिब्बत सहयोग मंच ने संपर्क किया और एक पत्र भी दिया कि विद्यालयों द्वारा सेंटा क्लॉज बनाने के लिए बच्चों पर, अभिभावकों पर दबाव डाला जा रहा है. और कहा गया था कि हमारा इलाका सनातन (हिंदू-सिख) बहुल इलाका है. यहां पर ईसाई धर्मावलंबी नहीं हैं. फिर भी हमारे बच्चों को इस प्रकार दबाव देकर सेंटा क्लॉज बनाने के लिए विवश किया जा रहा है. तो निजी विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि आप अभिभावकों और विद्यालयों के बच्चों पर अनावश्यक दबाव ना डालें. दबाव डालने पर आपके खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा जाएगा. बस मेरा इतना ही कहना है."
22 दिसंबर को इंडिया-तिब्बत सहयोग मंच नाम के संगठन ने श्रीगंगानगर के जिला शिक्षा अधिकारी को एक पत्र लिखा. इसमें संगठन ने स्कूलों में बच्चों पर सेंटा क्लॉज बनने का दबाव डालने की शिकायत की. संगठन ने कहा कि अगर ऐसी घटनाएं होती हैं तो वे विरोध करेंगे. संगठन ने शिक्षा विभाग से अपील करते हुए कहा कि स्कूलों में भारतीय संस्कृति से जुड़े कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाए.
वीडियो: सेहत: बच्चों पर ज़रूरत से ज़्यादा सख्त तो नहीं? टाइगर पेरेंटिंग को समझ लीजिए



















.webp)


