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गुजरात: 6000 करोड़ के पोंजी स्कीम घोटाले का मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह झाला गिरफ्तार

सीआईडी पुलिस ने भूपेंद्र सिंह झाला को मेहसाणा जिले के दवाड़ा गांव से गिरफ्तार किया है. पिछले 15 दिनों से वो इसी गांव के फार्म हाउस में छिपा था.

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पोंजी स्कीम का मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह झाला. (तस्वीर: आजतक)

गुजरात की पोंजी स्कीम के मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह झाला (Bhupendra Zala arrest) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. करीब 6000 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में एक महीने से फरार चल रहे भूपेंद्र झाला की विदेश भाग जाने की आशंका जताई जा रही थी. भूपेंद्र की कंपनी के खिलाफ दो महीने पहले धोखाधड़ी की शिकायत मिली थी. उसके बाद से ही गुजरात के कई जिलों में उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. सीआईडी क्राइम अब भूपेंद्र को कोर्ट में पेश करेगी. 

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15 दिनों से फॉर्म हाउस में छिपा था

इंडिया टुडे के अतुल तिवारी की रिपोर्ट के मुताबिक, सीआईडी पुलिस ने भूपेंद्र सिंह झाला को मेहसाणा जिले के दवाड़ा गांव से गिरफ्तार किया है. सीआईडी क्राइम की पुलिस महानिरीक्षक (IG) परीक्षिता राठौड़ ने बताया है,

“भूपेंद्र सिंह को मेहसाणा के दवाड़ा गांव के एक फार्म हाउस से गिरफ्तार किया है. जब गिरफ्तार किया गया तब फार्म हाउस में भूपेंद्र सिंह अकेला था. पिछले 15 दिनों से वो इसी गांव के फार्म हाउस में छिपा था.”

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IG ने बताया कि भूपेंद्र सिंह से पूछताछ जारी है, जिसमें सामने आएगा कि पिछले एक महीने से अधिक समय तक वो कहा छिपता रहा. साथ ही इस दौरान किसने उसकी मदद की है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे सीआईडी क्राइम की EoW ऑफिस में आकर भूपेंद्र सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाएं.

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भूपेंद्र सिंह झाला की कंपनी का खुलासा

30 साल के भूपेंद्र सिंह ने तीन कंपनी खोल रखी थी. BZ इंटरनेशनल ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड, BZ ट्रेडर्स और BZ फाइनेंशियल. कंपनी के गुजरात के अलावा राजस्थान में भी दफ्तर थे.

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‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी लोगों को 30-35% सालाना रिटर्न देने का वादा करके उनसे निवेश करवाती थी. झाला की कंपनी BZ फाइनेंशियल के खिलाफ आरोप है कि वो निवेशकों को 5 लाख रुपये का निवेश करने पर टीवी या मोबाइल गिफ्ट में देती थी, जबकि 10 लाख रुपए के निवेश पर गोवा ट्रिप का भी ऑफर देती थी.

BZ Group की धोखाधड़ी की एक शिकायत गांधीनगर के सीआईडी क्राइम को दो महीने पहले मिली थी. इसके बाद सीआईडी क्राइम ने गांधीनगर, अरावली, साबरकांठा, मेहसाणा, वडोदरा में कंपनी के ऑफिस में छापेमारी की थी. इस मामले में अब तक 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 

सीआईडी क्राइम ने भूपेंद्र सिंह झाला के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था. झाला ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका भी दायर की थी, जिसे अहमदाबाद कोर्ट ने खारिज कर दिया था.

28 दिसंबर को झाला को कोर्ट में पेश करके सीआईडी क्राइम उसे अपने रिमांड पर लेगी. गिरफ्तारी के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि पोंजी स्कीम घोटाले में कई खुलासे हो सकते है.

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