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'हिंदू समाज सबसे बड़ा ढोंगी...', गुजरात के गवर्नर का बयान वायरल

गवर्नर गुजरात के नर्मदा जिले में प्राकृतिक खेती के बारे में बात कर रहे थे.

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गुजरात के गवर्नर आचार्य देवव्रत. (Credit- @ADevvrat)

गुजरात (Gujarat) के गवर्नर आचार्य देवव्रत का एक बयान काफी चर्चा में हैं. गुजरात के नर्मदा जिले में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म (Hindu) मानने वाले ढोंगी नंबर-1 हैं. राज्यपाल प्राकृतिक खेती के बारे में बात कर रहे थे, इसी दौरान उन्होंने ये बयान दिया.

दरअसल, नर्मदा में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. इस मौके पर राज्यपाल देवव्रत को भी गेस्ट के तौर पर बुलाया गया था. कार्यक्रम का मकसद किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करना था. इसी मौके पर आचार्य देवव्रत बोल रहे थे. राज्यपाल ने कहा, 

लोग मंदिरों में जाते हैं, मस्जिदों में जाते हैं. लोग गुरुद्वारा में जाते हैं, चर्च में जाते हैं कि भगवान खुश होंगें. लेकिन मैं ये घोषणा करता हूं कि लोग प्राकृतिक खेती करनी शुरू कर दें, भगवान अपने आप खुश हो जाएंगे.

उन्होंने आगे कहा,

मैं प्रमाण के साथ इस बात को कहता हूं कि जो रासायनिक खेती करते हैं, उससे लोगों को मारने का काम करते हैं. और प्राकृतिक खेती करोगे तो जीवन देने का काम करोगे. ये जो मनुष्य है ना इसके जितना पाखंडी और ढोंगी इस धरती पर और कोई नहीं है.

इस दौरान गवर्नर ने गाय और गाय पालने के बारे में भी बात की. गाय पर बात करते हुए उन्होंने लोगों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा,

लोग गाय की पूजा करते हैं, तिलक लगाते हैं, घंटी बजाते हैं लेकिन जब गाय दूध देना बंद कर देती है तो उसे घर से बाहर निकाल देते हैं.

‘ना दूध पीते हैं, ना गाय पालते हैं’

इसी दौरान उन्होंने हिंदुओं पर ढोंगी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अब तो लोग ना दूध पीते हैं, ना गाय पालते हैं लेकिन गौ माता की जय बहुत बोलते हैं. जाहिर है राज्यपाल के इस बयान पर खबरें बनना तय था. सोशल मीडिया पर भी आचार्य देवव्रत के इस बयान पर लोग कॉमेंट कर रहे हैं. उनका बयान वायरल है.

राज्यपाल ने इस कार्यक्रम की तस्वीरें भी ट्विटर पर शेयर कीं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,

नर्मदा जिला प्रशासन द्वारा आयोजित प्राकृतिक कृषि परिसंवाद में किसानों को प्रेरित करते हुए कहा कि कृषि एवं किसान की समृद्धि से देश आत्मनिर्भर बनेगा. हर गांव से 75 किसानों को प्राकृतिक कृषि से जोड़ने का आह्वान किया. यहां प्राकृतिक कृषि उत्पादों की प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया.

राज्यपाल देवव्रत पिछले कई दिनों से इस तरह के कार्यक्रमों में लगातार प्राकृतिक खेती की पुरजोर वकालत करते दिख रहे हैं.

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