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सूचना सेठ वाला मामला तो उलझता जा रहा, अब साइकॉलजिस्ट की एंट्री

Goa Suchna Seth Case: कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं सूचना सेठ. 19 जनवरी को सूचना की पुलिस कस्टडी खत्म हो गई थी. इसके बाद उन्हें मापुसा के चिल्ड्रन कोर्ट में पेश किया गया था.

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गोवा मर्डर केस की आरोपी सूचना सेठ को न्यायिक कस्टडी में भेज दिया गया है. (फोटो: आज तक)

गोवा मर्डर केस (Goa murder case) की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने मनोवैज्ञानिकों की मदद ली है. ये मनोवैज्ञानिक सूचना से लगातार संपर्क में हैं और पूछताछ भी कर रहे हैं. स्टार्टअप कंपनी माइंडफुल AI लैब्स की CEO सूचना सेठ (Mindful AI Labs CEO Suchana Seth) को 13 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया है. ना तो पुलिस ने सूचना की कस्टडी की मांग की, ना ही सूचना सेठ के वकीलों ने उनकी जमानत की मांग की. इससे पहले सूचना 11 दिनों की पुलिस कस्टडी में थीं. पुलिस ने DNA सैंपलिंग, पूछताछ, पति वेंकट के बयानों का सामने कराने के लिए 14 जनवरी तक कस्टडी बढ़ाने की मांग की थी.

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पुलिस का क्या कहना है?

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस उपाधीक्षक (DSP) विश्वेश करपे ने बताया कि शुक्रवार 19 जनवरी को सूचना सेठ की पुलिस कस्टडी खत्म हो गई थी. इसके बाद उन्हें मापुसा के चिल्ड्रन कोर्ट में पेश किया गया था. उन्होंने बताया,

'हमें उनकी (सूचना) पुलिस कस्टडी की अब जरूरत नहीं. उसका मेडिकल और DNA टेस्ट हो चुका है. विसरा जांच के लिए भेजा गया है. सूचना की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. हत्यारोपी पुलिस जांच में सहयोग नहीं कर रही है. सूचना लगातार अपने बेटे की हत्या से इंकार कर रही है. वो लगातार इसके लिए अपने पति वेंकट को जिम्मेदारी ठहरा रही है.'

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मनोवैज्ञानिकों का सहारा क्यों?

रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस सूचना से लगातार पूछती रही कि क्या उन्होंने अपने बच्चे का कत्ल किया है? इस वारदात के पीछे सूचना का क्या मकसद था? ऐसा क्या हुआ कि ये कदम उठाना पड़ा? आखिर ऐसी क्या बात थी कि उसे लगा कि उसे अपने बच्चे को मार देना चाहिए? लेकिन पुलिस के इन तमाम सवालों पर सूचना बिल्कुल खामोश रही. उन्होंने गोवा पुलिस के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया.

रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने 16 जनवरी को पूछताछ के दौरान मनोवैज्ञानिक का सहारा लिया था. मनोवैज्ञानिक की मौजूदगी में नए सिरे से पूछताछ की गई थी. लेकिन सूचना ने किसी भी बात का जवाब खुल कर नहीं दिया.

ये भी पढ़ें: सूचना सेठ को गोवा से बेंगलुरु ले जाने वाले कैब ड्राइवर ने क्या बताया?

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मनोवैज्ञानिक क्या बोले?

मनोवैज्ञानिक ने पुलिस को बताया कि वो सूचना से कत्ल के बारे में सवाल-जवाब पर जल्दबाजी नहीं करेंगे. इसके उलट वो उसके नॉर्मल होने तक रुकेंगे ताकि, सूचना खुलकर अपने मन की बात कह पाए. उन्होंने चेताया कि हो सकता है कि जल्दबाजी के चक्कर में सूचना कुछ भी बताने से मना कर दे.

वीडियो: हत्या से ठीक 5 दिन पहले सुचना सेठ गोवा क्यों पहुंची थी ?

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