ईश्वर ने ऐडम को एक गहरी नींद में सुला दिया. और जैसे ही ऐडम सोया, ईश्वर ने उसकी पसलियों से एक हड्डी निकालकर वहां मांस भर दिया. जिस हड्डी को ईश्वर ने निकाला था, उसे एक स्त्री में ढाल दिया. और फिर उस स्त्री को ऐडम के पास ले आए. - जेनेसिस 2:21, 22जेविट की इस किताब का रिव्यू 'द बिब्लिकल आर्कियोलॉजिकल रिव्यू' में छपा था. उसके बाद ही चालू हुआ हंगामा. इजराइली अखबार 'हआरेज' ने जेविट की इस थ्योरी का जवाब देते हुए इसे गलत बताया है. 'हआरेज' ने लिखा है कि बाइबल में ये साफ लिखा है कि ईव को ऐडम के शरीर के ऐसे हिस्से से बनाया था जिसके कई पार्ट हों. अब लिंग के तो कई पार्ट होते नहीं. इसलिए 'सेला' का सही अनुवाद 'पसली' ही होगा. जेविट के बरपाए हुए इस हंगामे से याद आती है कुछ सालों पहले की वो घटना जब डैन ब्राउन की किताब द डा विंची कोड आई थी. डैन ब्राउन ने किताब में कह दिया था कि जीसस का मेरी मैगडलीन के साथ अफेयर था. खूब किताबें जलायी गयीं थी. जेविट ने शायद डैन ब्राउन से सबक नहीं लिया और धरम के सैनिकों को अंडरएस्टीमेट कर लिया.
'ऐडम की पसली नहीं, लिंग से बनी थी ईव'
...कह रहा है बाइबिल पढ़ाने वाला ये अमेरिकी प्रोफेसर

इटली के ओर्वीतो कथीड्रल में मार्बल पर की गयी ईव के जन्म के सीन की नक्काशी
ईव ऐडम की पसली नहीं, बल्कि पीनिस से बनी थी. ऐसा कह कर बाइबिल के बड़े पंडित जिओनी जेविट ने अमेरिका के मेरीलैंड में आग लगा दी है. मतलब गुस्से की आग. डेली मेल की एक खबर के मुताबिक जिओनी जेविट अमेरिका की जूइश यूनिवर्सिटी में बाइबल पढ़ाते हैं. इसाई धर्म के बड़े ज्ञानी माने जाते हैं. हाल ही में इन्होंने एक किताब लिखी What Really Happened in the Garden of Eden. किताब में जेविट ने लिखा है कि प्राचीन बाइबल में पसली की जगह 'सेला' (tsela) शब्द लिखा हुआ है. इस शब्द का असली मतलब किसी को पता नहीं है, इसलिए आज तक बाइबल का अनुवाद करने वाले पब्लिक को उल्लू बनाते आए हैं. जेविट ने ये भी कहा कि अगर भगवान ने आदम की किसी हड्डी को निकाल कर उसे मांस से भर दिया, तो इसका मतलब हुआ कि 'सेला' का मतलब लिंग है. क्योंकि लिंग में हड्डी नहीं होती. ये भी पढ़ लीजिये कि बाइबिल के मॉडर्न ट्रांसलेशन में लिखा क्या है: