NEET पेपर लीक मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है. कोर्ट ने पेपर लीक होने के दावे को माना है, लेकिन परीक्षा की शुचिता के उल्लंघन वाले आरोप को नकार दिया है. अब सुनवाई के दौरान भारत के मुख्य न्यायाधीश DY Chandrachud और वरिष्ठ वकील Mathews Nedumpara के बीच हुई तीखी बातचीत का वीडियो सामने आया है. बात इतनी आगे बढ़ गई थी कि CJI ने सुरक्षाकर्मियों को वकील को कोर्ट रूम बाहर निकालने का आदेश तक दे दिया. हालांकि मैथ्यूज नेदुम्परा खुद ही कोर्ट से चले गए.
CJI चंद्रचूड़ की सीनियर वकील से तीखी बहस, गार्ड्स बुला कर बाहर निकालने को कहा, वीडियो वायरल
वकील मैथ्यूज नेदुम्परा याचिकाकर्ताओं की तरफ से पेश हुए थे. बताया गया कि NEET UG मामले की सुनवाई के दौरान वकील मैथ्यूज नेदुम्परा अन्य वकील की दलीलों के बीच में बाधा डाल रहे थे. इसी पर CJI चंद्रचूड़ उनसे नाराज हो गए.

वकील मैथ्यूज नेदुम्परा याचिकाकर्ताओं की तरफ से पेश हुए थे. बताया गया कि NEET UG मामले की सुनवाई के दौरान वकील मैथ्यूज नेदुम्परा अन्य वकील की दलीलों के बीच में बाधा डाल रहे थे. इसी पर CJI चंद्रचूड़ उनसे नाराज हो गए. वायरल वीडियो में वरिष्ठ वकील नरेन्द्र हुड्डा एक याचिकाकर्ता की तरफ़ से बात कर रहे थे. उसी वक्त नेदुम्परा ने हुड्डा की बात बीच में ही काटते हुए कहा,
"मुझे कुछ कहना है."
इस पर CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि वो हुड्डा की दलील पूरी होने के बाद बोलें. लेकिन इस पर नेदुम्परा ने चीफ़ जस्टिस से कहा,
"मैं यहां सबसे वरिष्ठ हूं."
इसके बाद CJI ने नेदुम्परा को चेतावनी देते हुए कहा,
"मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं. आप गैलरी में बात नहीं करेंगे. मैं इस कोर्ट का इंचार्ज हूं. सुरक्षाकर्मियों को बुलाओ... इन्हें यहां से हटाओ."
इस पर नेदुम्परा ने कहा कि उन्हें यह बात बताने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह जा रहे हैं. फिर CJI ने कहा,
“आपको ऐसा कहने की जरूरत नहीं है. आप जा सकते हैं. मैंने पिछले 24 सालों से न्यायपालिका देखी है. मैं कोर्ट में वकीलों को उनके हिसाब से प्रोसिजर तय नहीं करने दे सकता.”
CJI की बात को बीच में काटते हुए नेदुम्परा ने कहा,
"मैं यह सब 1979 से देख रहा हूं."
चीफ़ जस्टिस ने नेदुम्परा को चेतावनी दी कि अगर वो अपना ऐसा व्यवहार जारी रखेंगे तो उन्हें वरिष्ठ वकील के खिलाफ सख्त निर्देश जारी करना पड़ सकते हैं.
सुनवाई में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को रिप्रेजेंट कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी नेदुम्परा के व्यवहार की आलोचना की. उन्होंने कहा,
"यह अवमाननापूर्ण है."
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब नेदुम्परा ने सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ से बहस की हो. इस साल मार्च में इलेक्टोरल बॉन्ड मामले की सुनवाई के दौरान भी नेदुम्परा ने CJI की चेतावनी के बावजूद सुनवाई में बाधा डाली थी.
वीडियो: ऐसा क्या हुआ कि CJI चंद्रचूड़ को वकीलों से एक नहीं दो-दो बार मांगनी पड़ी माफ़ी?