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राम मंदिर की छत से टपक रहा पानी, अब मंदिर बनाने वाली कंपनी ने पूरा सच बताया

Ayodhya की Ram Mandir की छत से पानी टपकने की बात सामने आई थी. अब मंदिर का निर्माण कर रही कंपनी - ‘लार्सेन एंड टर्बो’ (L&T) - ने अपना बयान दिया है.

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मंदिर बनाने वाली कंपनी का जवाब आ गया है. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)

अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) की छत से बारिश का पानी टपकने की बात सामने आई थी. राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने ये बात कही थी. उनके बाद कई और लोगों ने भी इस बात को दोहराया. राम मंदिर के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने कहा कि अचानक बारिश होने और पहले से तैयारी न होने के कारण कुछ पानी नीचे आ गया था. लेकिन दूसरे दिन सब कुछ ठीक कर लिया गया. अब इस मसले पर मंदिर निर्माण से जुड़ी कंपनी ‘लार्सेन एंड टर्बो’ (L&T) का जवाब आया है.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, L&T के एक अधिकारी ने कहा है कि बिजली के तार लगाने के लिए ‘इलेक्ट्रिक कॉन्ड्यूट्स’ (पीवीसी पाइप) लगे हैं. जो फिलहाल खुले हुए हैं. बारिश का पानी इन्हीं से होकर जाता है, लेकिन इतना नहीं कि अंदर जलजमाव हो जाए. उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्शन पूरा होने के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा.

इससे पहले राम मंदिर कंस्ट्रक्शन कमेटी के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि उन्होंने मंदिर के फर्स्ट फ्लोर से पानी गिरते देखा है. उनके अनुसार, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पहली मंजिल पर काम चल रहा है. काम खत्म होने के बाद ये समस्या नहीं होगी. उन्होंने कहा कि इसके कंस्ट्रक्शन और डिजाइन में कोई दिक्कत नहीं है.

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न्यूज एजेंसी PTI को मिश्रा ने बताया कि पहले फ्लोर का निर्माण कार्य जुलाई के अंत तक पूरा हो जाएगा. जुलाई के बाद केवल दूसरी मंजिल का निर्माण कार्य ही बचेगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि दिसंबर तक मंदिर का कंस्ट्रक्शन पूरा हो जाएगा.

नृपेन्द्र मिश्रा ने आगे बताया कि 22 जनवरी से 23 जून तक 1.75 करोड़ से ज्यादा लोग मंदिर में दर्शन के लिए आ चुके हैं. औसतन, हर रोज एक लाख लोग मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं. उन्होंने बताया कि इस महीने के अंत तक उन्हें उम्मीद है कि 2 करोड़ लोग मंदिर में दर्शन के लिए आ चुके होंगे.

इससे पहले मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने 24 जून को कहा था कि मंदिर परिसर से बारिश के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. 

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