
असम में चल रही है भूटानी करेंसी
हटिसोर गांव की अर्चना तमांग एक फोटो स्टूडियो चलाती हैं. और वो हमेशा से भूटान सीमा पर स्थित अपने गांव में भूटानी सामान के आने-जाने पर ऐतराज जता चुकी हैं. लेकिन नोट बैन से बने हालात में भूटान की करेंसी ही उनके काम आ रही है. उनका कहना है कि “यहां नोट बैन होने की वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जो कुछ भी किया जा रहा है, अच्छे के लिए किया जा रहा है. यहां असम में हम लोगों का भाग्य अच्छा है कि नोटों की कमी होने पर हम लोग भूटानी करेंसी को चला रहे हैं”. उन्होंने आगे कहा कि “यहां हमारे सीमा वाले इलाकों में कोई बैंक और एटीएम नहीं है. हम नकद निकासी नहीं कर सकते. हमने अभी तक नई करेंसी भी नहीं देखी.”लोकल न्यूज एजेंसी नार्थ ईस्ट टुडे की रिपोर्ट्स के मुताबिक इस समय 500 के इंडियन नोट की वैल्यू 400 भूटानी नगुलट्रम हो गई है. नगुलट्रम भूटान की करेंसी है जैसे रूपया इंडियन करेंसी है. जबकि ऑफिसियल एक्सचेंज रेट 500 इंडियन रूपए की वैल्यू 500 भूटानी नगुलट्रम है. पर इंडियन नोटों की कमी की वजह से इंडियन कैरेंसी की वैल्यू कम हो गई है.