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जम्मू-कश्मीर : सुरक्षा बलों ने दो कथित आतंकी मारे, एक पत्रकारिता भी करता था!

किस एजेंसी के लिए काम करता था रईस अहमद भट?

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मुठभेड़ में मारे गए आतंकी के पास मिला मीडिया का आइ कार्ड (फोटो: एएनआई)
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के श्रीनगर (Srinagar) के इलाके में बुधवार को सुरक्षा बलों ने लश्कर के दो कथित आतंकियों को ढेर कर दिया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक मारे गए कथित आतंकियों में से एक के पास से प्रेस का आइ कार्ड बरामद किया गया है. पुलिस के मुताबिक ये आतंकी एक स्थानीय न्यूज वेबसाइट में बतौर पत्रकार काम करता था. आतंकी निकला पत्रकार? कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार के मुताबिक, मंगलवार, 29 मार्च को श्रीनगर के रैनावाड़ी (Rainawari) इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों का शहर के पुराने इलाके में सर्च ऑपरेशन चालू था. आधी रात के करीब आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी. खबरों के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई में दो आतंकियों को ढेर कर दिया.
पुलिस का दावा है कि दोनों ही आतंकी संगठन लश्कर के लिए काम कर रहे थे. इस मुठभेड़ में मारे गए रईस अहमद भट के पास से पुलिस ने प्रेस का आइ कार्ड बरामद किया है. पुलिस के मुताबिक, रईस पहले एक पत्रकार था और अनंतनाग (Anantnag) में स्थित 'वैली न्यूज सर्विस' (Valley News Service) नाम से एक न्यूज पोर्टल चलता था और इसका प्रधान संपादक था. पिछले साल रईस भट के खिलाफ आतंक फैलाने से जुड़ी दो FIR भी दर्ज की जा चुकी हैं.
आतंकी रईस अहमद भट्ट के पास से बरामद मीडिया आइ कार्ड (फोटो ट्विटर)
आतंकी रईस अहमद भट्ट के पास से बरामद मीडिया आइ कार्ड (फोटो: ट्विटर)


पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रईस 2021 में आतंकी संगठन से जुड़ा था, पुलिस ने इसे  'सी केटेगरी' का आतंकी बताया है.
वहीं दूसरे कथित आतंकी का नाम हिलाल-अह-राह है. पुलिस के मुताबिक, कश्मीर के बिजबेहरा इलाके का निवासी हिलाल एक 'सी केटेगरी' का आतंकी था. पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार के मुताबिक हाल ही में हुई कुछ आतंकी घटनाओं में रईस और हिलाल का नाम सामने आया था. इन दोनों के हमलों से कई आम नागरिकों की मौत भी हो चुकी है. पुलिस ने दोनों के पास से हथियार और गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्रियां भी बरामद की हैं.
वहीं कश्मीर से आतंकियों का सफाया करने के लिए राज्य पुलिस के सीआईडी विभाग ने एक ऑनलाइन पोर्टल चालू किया है, जिसके जरिए आम नागरिक बिना अपनी पहचान बताए उनके आस पड़ोस में हो रही किसी तरह की संदिग्ध या आतंकी गतिविधि की जानकारी पुलिस को दे सकते हैं. पुलिस का कहना है कि इस पोर्टल की मदद से राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में काफी मदद मिल रही है.

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