जहान ने पाया कि ‘हिज़ स्टोरी’ का ये नया पोस्टर 2015 में आई इंडिपेंडेंट फिल्म Loev से हूबहू मेल खाता है. यही पॉइंट आउट करते हुए दोनों पोस्टर शेयर कर लिखा,
ब्रो ऑल्ट बालाजी, क्या तुम ठीक हो? मेरा मतलब है कि अगर तुम्हें कोई पोस्टर डिज़ाइनर चाहिए तो मैं मदद कर सकता हूं. वादा करता हूं इसमें ज़्यादा खर्चा नहीं होगा.
Loev का ये पोस्टर पिजन एंड कंपनी ने डिज़ाइन किया था. रोहन पोर ने इसके लिए इलस्ट्रेशन किया था. हमने इस पर महीनों लगाए थे. किसी इंडी फिल्म पर वक्त और पैसा खर्च करना बेहद मुश्किल है. बावजूद इसके, एक संसाधनों से लैस स्टूडियो ओरिजिनल डिज़ाइन बनवाने की जगह चोरी कर रहा है. दुखद.
Loev के राइटर-डायरेक्टर सुधांशु सारिया को भी इस बात की खबर मिली. अपना गुस्सा ज़ाहिर करते हुए सीरीज़ में ट्वीट्स किए. लिखा,
ये इंडस्ट्री ऐसी क्यों है? उठकर देखा कि इतनी मेहनत से बनाए हुए हमारे ओरिजिनल पोस्टर को ऑल्ट बालाजी और ज़ी5 के विद्वानों ने अपने शो ‘हिज़ स्टोरी’ के लिए ज्यों-का-त्यों उठा लिया.
मुझे खुशी हुई कि उन्हें हमारा पोस्टर अच्छा लगा. खुशी हुई कि वो एक क्वीर स्टोरी बता रहे हैं पर ये सब क्यों किया? क्या जरूरत थी ये सब करने की? हमनें बिना किसी फंड के अपना पोस्टर बनाया. ऑल्ट बालाजी और ज़ी5 जैसी बड़ी कंपनी होने का क्या फ़ायदा अगर आप खुद से एक पोस्टर भी नहीं बना सकते.
सुधांशु ने अपने आखिरी ट्वीट में लिखा,
एक प्रड्यूसर होने के नाते मैं अपने साथी कलाकारों से माफी मांगता हूं कि उनके काम को सुरक्षित नहीं रख सका. ये कल्चर खत्म होना चाहिए.

गोलमाल है भाई सब गोलमाल है.
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब ऑल्ट बालाजी पर ऐसे आरोप लगे हैं. पिछले महीने ऑल्ट बालाजी का शो आया था. ‘द मैरिड वुमन’. उसके पोस्टर पर भी उठाईगिरी के आरोप लगे थे. लोगों ने पुरानी फिल्मों के पोस्टर शेयर किए. जो हूबहू एकता वाले शो के पोस्टर से मेल खा रहे थे. हालांकि, उस केस में पोस्टर्स इंटरनेशनल फिल्मों से उठाए गए थे. इसलिए बात ज़्यादा तूल नहीं पकड़ पाई. अब देखने लायक होगा कि स्टूडियो अपनी फिर से की गई इस महान साहित्यिक चोरी को कैसे डिफेंड करता है.