मुझे लगा कि मैं मर रही हूं. किसी ने भी वहां मेरी मदद नहीं की. ये टक्कर इतनी भयंकर थी कि गाड़ी के ग्लास के टुकड़े मेरे चेहरे पर आ लगे. हॉस्पिटल पहुंचने के बाद जब मेरी मां और अजय आए, तो दोनों कुछ बातें करने लगे. मैं फिर उठी और अपना चेहरा देखा. उस वक्त मैं डर गई थी. इसके बाद मेरे चेहरे की सर्जरी हुई. डॉक्टरों ने मेरे चेहरे से 67 ग्लास के टुकड़े निकाले.महिमा ने आगे बताया कि सर्जरी के बाद उन्हें ठीक होने में बहुत लंबा समय लगा. वो हमेशा घर के अंदर ही रहती थीं, क्योंकि बाहर धूप में नहीं जा सकती थीं. उन्हें लगता था कि अब उन्हें फिल्में मिलने में दिक्कत होगी. शायद न भी मिले. महिमा ने कहा-
मैंने उस वक्त किसी को इस बारे में नहीं बताया, क्योंकि तब लोग इतना सपोर्ट नहीं करते थे. अगर मैं बताती, तो वो कहते कि ओह...इसका तो चेहरा खराब हो गया है. चलो किसी और को फिल्म में साइन कर लेते हैं. तो बस इसलिए मैं फिल्मों से दूर रही और लोगों से छिपती रह. लेकिन फिर मेरे परिवार ने मुझे संभाला और ताकत दी.महिमा को फिल्म 'परदेस' के लिए डेब्यू फीमेल एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था. महिमा ने साल 2006 में बॉबी मुखर्जी से शादी की थी, फिर साल 2013 में दोनों का तलाक हो गया. वे सिंगल पैरेंट हैं और अपनी बेटी आरियाना के साथ रहती हैं.
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