फ़र्ज़ कीजिए, आप अपने घर में सो रहे हैं. आपको बिल्कुल अंदाजा नहीं कि आपके मोहल्ले में 2 घर छोड़ के जो शख्स रह रहा है वो एक मोस्ट वांटेड आतंकवादी है. अचानक से आपको हेलिकॉप्टर्स की आवाज़ सुनाई देती है. जब तक आप कुछ समझ पाते तब तक कुछ कमांडोज़ आए, गोलियां चलीं और वो शख्स मारा गया. जबतक आप कुछ समझ पाते, तब तक वो सैनिक अपना काम पूरा करके जा भी चुके थे. ये सब कुछ कहानी जैसा लग रहा है न, पर ये कहानी तो कतई नहीं है. 2 मई 2011 की रात पाकिस्तान के एबटाबाद में कुछ ऐसा ही हुआ था. अमेरिकी नेवी सील्स के एक दल ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था. पर ऐसा मुमकिन कैसे है कि अमेरिका अपने दुश्मन को मारने के लिए किसी दूसरे देश में घुस पाया ? सिर्फ इसलिए कि अमेरिका ताकतवर है? जवाब है नहीं. अमेरिका ने सेल्फ डिफेंस में लादेन पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी.
आसान भाषा में: Iran-Pakistan Conflict और Surgical Strike पर UN चार्टर क्या कहता है?
यू एन का राइट टू सेल्फ डिफेंस क्या है?
तो आज हम जानेंगे
-यू एन का राइट टू सेल्फ डिफेंस क्या है ?
-सेल्फ डिफेंस में एक देश क्या कर सकता है ?
और साथ ही आपको बताएंगे आत्मरक्षा के इंटरनेशनल कानून से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से. ऐसे किस्से जिन्होंने ये तय किया कि सेल्फ डिफेंस में क्या कर सकते हैं? इसकी सीमा कैसे तय हो ? इन घटनाओं ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.