मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब दिल्ली के तख़्त पर सवार हैं. भाइयों का खात्मा कर तख्तनशीं हुए बहुत साल हो चुके हैं. सल्तनत पर कोई खतरा नहीं है. और अब औरंगज़ेब की मंशा है राज्य विस्तार की. औरंगज़ेब की नज़र दक्कन पर थी. लेकिन उससे पहले साल 1679 में कश्मीर से बुलावा आ गया. एक चिट्ठी आई. लिखा था, मंगोलों के खिलाफ युद्ध लड़ना होगा. वही मंगोल, जिन्हें मुग़ल अपने पूर्वज मानते थे. बाकायदा यादा मुग़ल शब्द मंगोल शब्द से ही निकला था. पूरा किस्सा जानने के लिए देखें तारीख का आज का एपिसोड.
तारीख: औंरंगज़ेब और मंगोलों की लड़ाई में किसकी जीत हुई थी?
मुगलों और मंगोल फौज के बीच. ये वो मंगोल फौज नहीं थी, जो चंगेज़ खान के वक्त में हुआ करती थी. लेकिन फिर भी मंगोलों के चर्चे थे. उन्हें खूनी लड़ाई के लिए जाना जाता था. मंगोलों और मुग़लों के बीच इसके बाद इतिहास का वो इकलौता युद्ध हुआ. जिसमें दोनों आमने सामने आए.
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