स्टॉक मार्केट जोखिमों के अधीन है. योजना से जुड़े सभी दस्तावेज ध्यान से पढ़ें.ये लाइन आपने टीवी कमर्शियल्स में खूब सुनी होगी. लेकिन आज हमारे लिए इस लाइन का सिर्फ एक शब्द महत्वपूर्ण है, स्टॉक मार्केट. भारत में इस कीवर्ड को उछालते ही BSE यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ध्यान में आता है. BSE कभी बॉम्बे में एक बरगद के नीचे शुरू हुआ, और आज खुद एक बरगद है. गुजराती जैन व्यापारी ने अपने साथियों के साथ मिलकर कैसे खड़ा किया एशिया का सबसे पहला स्टॉक एक्सचेंज? कौन थे बॉम्बे के ‘बुलियन किंग’, जो दीवालिया हुए, फिर भी लंदन के बिग बेन टावर जैसी इमारत मुंबई में खड़ी की. जानने के लिए देखें तारीख का ये एपिसोड.
तारीख: हर्षद मेहता नहीं, ये आदमी था इंडिया का सबसे बड़ा 'बिग बुल'
शुरुआती दौर में खरीददारों में कुछ शेयर्स को लेकर जबरदस्त फितूर था. संक्षेप में, यह एक किस्म का सट्टा था, जिसके मुख्य किरदार ही प्रेमचंद रॉयचंद थे. शायद ही कोई ऐसी कंपनी रही होगी जिसमें प्रमोटर्स ने बाज़ार में अपनी सेक्योरिटीज़ को बढ़ाने के लिए उनकी सहायता न ली हो.
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