चांद पर कदम रखने वाला पहला आदमी कौन था. झट से जवाब सूझा होगा, नील आर्म स्ट्रोंग. तो चलिए एक सवाल और. चांद पर दूसरा कदम रखने वाल आदमी कौन था?
तारीख: चांद पर छोड़ी इंसान की पॉटी से खुल सकता है एक बड़ा राज़!
चांद पर कदम रखने वाला पहला आदमी कौन था. झट से जवाब सूझा होगा, नील आर्म स्ट्रोंग. तो चलिए एक सवाल और. चांद पर दूसरा कदम रखने वाल आदमी कौन था?
ये भी नील आर्म स्ट्रोंग ही थे. अब पहला जिसने रखा, दूसरा भी तो वो ही रखेगा ना. पीजे के लिए माफ़ी. आपसे भी और बज ऑल्ड्रिन से भी. बज वो शख़्स थे, जो नील के पीछे चांद पर उतरे थे. दोनों को चांद पर कई काम करने थे. झंडा लगाना था. चांद के टुकड़े इकट्ठा करने थे. चांद पर अमेरिका का झंडा एकदम आयकॉनिक इमेज है. लेकिन ये झंडा पहले नहीं लगा. पहले नील आर्म स्ट्रोंग ने जल्दी जल्दी में कुछ मिट्टी इकट्ठा कर ली. वो इसलिए कि अगर कहीं इमरजेंसी में तुरंत निकलना पड़ जाए तो कम से कम कुछ तो हो, साथ ले जाने के लिए. दूसरी तरफ बज ऑल्ड्रिन नील आर्मस्ट्रोंग के 20 मिनट बाद बाहर आए. लेकिन बाहर आते ही एक मुसीबत खड़ी हो गई. नेचर के बनाए एक गोले से दूसरे गोले पर पहुंचते ही बज को नेचर का कॉल आ गया. सुस्सु लग गई. बज ने सोचा बाक़ी काम बाद में. पहले यही निपटा लेते हैं. सारा सिस्टम स्पेस सूट में बना हुआ था. सो बज ऑल्ड्रिन वहीं फ़ारिग हो लिए और इस तरह बन गए चांद पर सुस्सु करने वाले पहले होमो सेपियन. देखें वीडियो.