जब 1998 की रथ यात्रा के दौरान मुलायम ने शिवपाल को सबसे बड़ी जिम्मेदारी सौंपी
जब चौधरी देवीलाल बने 'क्रांतिरथ' की चाभी 'चौधरी चरण सिंह' के सच्चे शिष्य मुलायम सिंह को दे दी.
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वीपी सिंह और चौधरी देवीलाल देश में कांग्रेस के लिए लोगों में पैदा हुए गुस्से को भुनाने के लिए घूम रहे थे. इनका क्रांतिरथ लखनऊ आकर रुका. चौधरी देवीलाल ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सफाए के लिए अपने क्रांतिरथ की चाभी मुलायम सिंह यादव को सौंप दी. वीपी सिंह के लिए ये बात चौंकाने वाली थी क्योंकि वो चौधरी चरण सिंह के बेटे अजीत सिंह को ये जिम्मेदारी सौंपना चाहते थे. इस मतभेद का क्या असर हुआ? मुलायम क्या अपनी जिम्मेदारी निभा पाए? जानिए इस वीडियो में.
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