लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण का कुछ हिस्सा कार्यवाही से हटा दिया गया है. मतलब ये कि आज से 100 साल बाद अगर कोई इंसान संसद की कार्यवाही को पढ़ेगा तो उसे राहुल गांधी को वो पूरा भाषण नहीं मिलेगा जो हमने और आपने 7 फरवरी को टीवी और अपने मोबाइल पर देखा था. मीडिया भी संसद की कार्यवाही से हटाए गए भाषण के हिस्से को रिपोर्ट नहीं कर सकती है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि किसी भाषण के किसी हिस्से को संसद की कार्यवाही से हटाया गया हो. ये एक नियमित प्रक्रिया है.
राहुल गांधी का भाषण संसद के रिकॉर्ड से हटा? कौन और कैसे लेते हैं फैसला?
कब, क्यों और कैसे किसी भाषण के हिस्से को संसद की कार्यवाही से हटाया जाता है
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