आज़ादी के अमृत महोत्सव पर दी लल्लनटॉप ले आया है आपके लिए ख़ास तोहफ़ा, जिसका नाम है ‘हद सरहद’. 42 मिनट की इस डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म को बनाया है रजत सैन और रूहानी ने. आज़ादी के साथ-साथ बंटवारे के दर्द को दर्शाती ये फ़िल्म फाज़िल्का के किसान और अटारी बॉर्डर के जवानों पर बनी है. कैसे किसान और जवान ज़ीरो लाइन की तरफ़ बढ़ते हैं और रोज़ाना किन-किन दिक़्क़तों से जूझते हैं, फ़िल्म की थीम यही है.
लल्लनटॉप डॉक्यूमेंट्री: हद-सरहद
कैसे किसान और जवान ज़ीरो लाइन की तरफ़ बढ़ते हैं और रोज़ाना किन-किन दिक़्क़तों से जूझते हैं?
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