हिमांचल प्रदेश का सोलन जिला. यहां कसौली से करीब 14 किलोमीटर एक छोटा सा कस्बा है. जिसका खुद का नाम भी दागशाही ही है. दागशाही की असली कहानी शुरू होती है साल 1847 से. हुआ यूं कि अंग्रेज जब भारत आए उत्तर भारत की गर्मी उनसे बर्दाश्त नहीं हुई. इसलिए गर्मियों में वे पहाड़ों को अपना ठिकाना बना लेते थे. पहाड़ों में इसलिए कई कैंटोमेंट बसाए गए. दागशाही भी ऐसा ही एक कैंटोमेंट हुआ करता था. वीडियो देखें.
तारीख: उस जेल की कहानी जहां गांधी और गोडसे दोनों रहे
कहां है Dagshai? इसकी कहानी और इसका इतिहास क्या है?
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