कानून तो काफी कुछ तय करेगा लेकिन तब करेगा जब बिल वाला पौधा कानून वाले पेड़ में बदल जाएगा. लोकसभा में आज एक ऐसा ही पौधा आया जिससे पेड़ बनाने के लिए सत्ता पक्ष का जोर था तो विपक्ष का शोर था लेकिन ये तो समय ही बताएगा कि इस पौधा को पेड़ बनाने के लिए सरकार दो तिहाई बहुमत वाली खाद-पानी देने में सफल हो पाती है या फिर विपक्ष सारा कृषि विज्ञान बदल देता है. सदन में आज ना रही भाषा की मर्यादा और ना रही किसी तरह की गरिमा. एक समय हाल ऐसा हो गया कि लगा अब तो शायद मार हो ही जाएगी, शाह से लेकर निर्मला तक किसने क्या बोला, ओवैसी से लेकर संजय सिंह ने क्या कह दिया. सब दिखाएंगे और सब सुनाएंगे आज के शो संसद में आज.