कुछ लोग होते हैं जो जीते जी ही किंवदंती बन जाते हैं. ऐसा ही एक नाम है सैम मानेकशॉ. प्रधानमंत्री से उनकी नोंकझोंक, 71 युद्ध में उनका योगदान, ये सब किस्से आप बहुत बार सुन चुके होंगे. इसलिए हमने सोचा कि उनकी निजी जिंदगी से जुड़ी कुछ कहानियां आपके सामने लाई जाएं. मसलन क्यों मानेकशॉ ने क्यों अपनी आत्मकथा लिखने से इंकार कर दिया था? फील्ड मार्शल पद के व्यक्ति की अंत्येष्टी पर आर्मी का कोई शीर्ष अधिकारी क्यों नहीं पहुंचा? बांग्लादेश युद्ध की जीत के मौके पर मानेकशॉ क्या कर रहे थे? बॉलीवुड से क्या था उनका रिश्ता? देखें वीडियो.