लेकिन प्रधानमंत्री वाजपेयी ने मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी नहीं दिखाई. इससे एक कदम आगे बढ़कर वो मेट्रो ट्रेन के टिकट काउंटर पर पहुंचे और वहां से कश्मीरी गेट से सीलमपुर तक का टिकट लिया. इसके बाद और लोगों ने भी टिकट खरीदे और प्रधानमंत्री वाजपेयी के साथ मेट्रो में चढ़ गए. मेट्रो चली और जब सीलमपुर पहुंची, तो वहां सभी लोग उतर गए.
बाद में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें वाजपेयी ने हरी झंडी दिखाकर मेट्रो को रवाना किया.
इसके बाद फिर से सभी लोग कश्मीरी गेट पहुंचे, जहां एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इसमें वाजपेयी ने हरी झंडी दिखाकर दिल्ली मेट्रो को रवाना किया. तीसहजारी से शुरू होकर शाहदरा तक चलने वाली रेड लाइन की ये मेट्रो दिल्ली की पहली मेट्रो लाइन थी.
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