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West Bengal Election Results: दिलीप घोष की पुरानी सीट पर इस बार बीजेपी का क्या हाल है?

बीजेपी के लिए है प्रतिष्ठा की सीट.

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तस्वीरें- पीटीआई
सीट का नाम - खड़गपुर सदर (Kharagpur Sadar) (पश्चिमी मेदिनीपुर) खड़गपुर सदर विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पश्चिमी मेदिनीपुर (Paschim Medinipur) जिले में पड़ती है. इस सीट 2016 में बंगाल बीजेपी के प्रेसिडेंट दिलीप घोष ने जीत हासिल की थी. लेकिन तीन साल बाद 2019 में जब वो सांसद बन गए, तो उन्होंने ये सीट खाली कर दी. इसके बाद यहां उपचुनाव हुए और ये सीट बीजेपी के हाथ से निकल गई. चूंकि यह सीट बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष ने जीती थी इसलिए इस पर प्रतिष्ठा की लड़ाई थी. बीजेपी ने इस सीट पर जीत हासिल कर वह प्रतिष्ठा बचा ली है. बीजेपी प्रत्याशी हिरनमॉय चट्टोपाध्याय ने टीएमसी के प्रदीप सरकार को 3771 वोटों से हरा दिया. कौन जीता? हिरनमॉय चट्टोपाध्याय ( BJP) कितने वोट मिले: 79,607 कौन हारा? प्रदीप सरकार (TMC) कितने वोट मिलेः 75,836 पिछले दो चुनावों के नतीजे # 2016 में भारतीय जनता पार्टी के दिलीप कुमार घोष ने खड़गपुर सदर विधानसभा सीट विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और कांग्रेस के उम्मीदवार ज्ञान सिंह सोहनपाल को 6309 वोटों को अंतर से हराया था. कांग्रेस के उम्मीदवार ज्ञान सिंह को कुल 61446 और कांग्रेस के उम्मीदवार ज्ञान सिंह सोहनपाल को कुल को 55137 वोट मिले थे. # साल 2011 में कांग्रेस के प्रत्याशी ज्ञान सिंह सोहनपाल ने सीपीआई(एम) के प्रत्याशी अनिल कुमार दास को हराया था. सोहनपाल को 75425 और दास को 43056 वोट मिले थे. सीट ट्रिविया # इस सीट पर कांग्रेस के ज्ञान सिंह सोहनपाल 1982 से 2006 तक लगातार विधायक चुने गए. उन्होंने अपना पहला इलेक्शन 1962 में लड़ा था. उन्होंने 52 सालों तक और दस बार जीत हासिल की. # इस सीट पर ज्ञान सिंह सोहनपाल ने 92 साल की उम्र में पिछला असेंबली चुनाव लड़ा था. ऐसा करके उन्होंने सबसे उम्रदराज शख्स के तौर पर असेंबली इलेक्शन लड़ने का रेकॉर्ड बनाया था.

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