‘ढैन-टेणां, टेणां टेणां’ गाना याद है?
अच्छा! थोड़ी और लाइनें बता देता हूं.
दिल-दिल दारा, मेरा दिल्ली का तेल,
कौड़ी-कौड़ी पैसा-पैसा, पैसे का खेल,
चल चल सड़कों पे होगी, ठैन-ठैन,
ढैन-टेणां, टेणां टेणां’
अब तो याद आ ही गया होगा. दरअसल 14 अगस्त, 2009 को शाहिद कपूर की एक फिल्म आई थी 'कमीने'. जिसका ये गाना था. इसे हम भारतीयों ने बाथरूम में कपड़े धोने से लेकर, ऑफिस की लिफ्ट में भी खूब सुना. खूब गुनगुनाया. जितना लल्लनटॉप ये गाना था, उतने ही लल्लनटॉप इस फिल्म के ‘डायलॉग्स’ भी थे. जिन्हें बोल-बोलकर हमने अपने दोस्तों पर भी खूब रौब झाड़ा.
उस सीन में ऐसा क्या था, जिसे करने से प्रियंका चोपड़ा ने डायरेक्टर से इनकार कर दिया!
इस फिल्म के उन जानदार डायलॉग्स पर जाने से पहले, हम इस फिल्म की असल दुनिया का एक किस्सा भी जान लेते हैं. इससे आप अंतर कर पाएंगे कि फिल्म कितनी वायलेंट और भद्दी गालियों वाली हो सकती है. लेकिन ये ज़रूरी तो नहीं कि फिल्म करने वाला भी असल में ऐसा ही हो. ये किस्सा तब का है, जब फिल्म कमीने की शूटिंग चल रही थी. एक दिन फिल्म के डायरेक्टर विशाल भारद्वाज एक किस सीन करवाना चाहते थे. उन्हें लग रहा था कि फिल्म थोड़ी रुखी-सूखी सी लग रही है. और फिल्म की स्क्रिप्ट भी ऐसी ही बन पड़ी है कि एक किस सीन होना ही चाहिए. लेकिन फिल्म की हीरोइन प्रियंका चोपड़ा ने ‘किस’ करने से मना कर दिया. प्रियंका ने डायरेक्टर से कहा कि जब तक उनका मूड ‘किस’ करने के लिए कम्फर्ट नहीं हो जाता, वह किस नहीं करेंगी. वह बिना 'किस सीन' के ही फिल्म के सीन्स पूरा कर लें.

प्रियंका चोपड़ा ने महाराष्ट्र की एक लड़की स्वीटी का रोल किया था, जिसे गुड्डू से प्यार हो जाता है. लेकिन वह ऐसी गैंगस्टर फॅमिली से है, जिसका मकसद महाराष्ट्र से प्रवासियों को भगाना है.
जब ये बात शाहिद कपूर को पता चलती है, तो उन्होंने बड़े ही सभ्य तरीके से डायरेक्टर से कहा कि जब तक प्रियंका किस करने के लिए सहज न हो जाएं, तब तक वह भी किस नहीं करेंगे. फिर क्या था! प्रियंका को ये बात अच्छी लगी और अंत में वह किस करने के लिए तैयार हो गईं.

फिल्म में शाहिद कपूर ने ऐसी दमदार एक्टिंग की,कि उनकी तुलना फिल्म 'ओमकारा' में सैफ अली द्वारा की गई एक्टिंग से की गई.
तो अब आते हैं उन दमदार डायलॉग्स पर, जिनके दम पर ये फिल्म सुपरहिट तक हुई
#1. पैसा कमाने के दो रास्ते हैं… एक शॉर्टकट और दूसरा छोटा शॉर्टकट (शाहिद कपूर )
#2. लाइफ बड़ी कुत्ती चीज है. और इस दुनिया में कुत्तों का बस एक ही जवाब है. (शाहिद कपूर)
#3. जिंदगी में हमारी वाट इससे नहीं लगती कि हम कौन सा रास्ता चुनते हैं, वाट लगती है इससे कि हम कौन सा रास्ता छोड़ते हैं. (शाहिद कपूर)
#4. मेरे हर झूठ की नीयत सच्ची है. (प्रियंका चोपड़ा)
#5. कलयुग में जिंदगी बड़ी काइयां है, और लोग महा कमीने. (शाहिद कपूर)
#6. बिज़नस बिज़नस है, पॉवर पॉवर है (अननोन)
#7. हम लोग की रेस में घोड़ा भागता ही नहीं है.. गिराता है. (अमोल गुप्ते)
#8. मेरे पापा कहते थे कि हम यहां दूध में शक्कर की तरह हैं, चले गए तो दूध कम नहीं होगा, लेकिन फीका ज़रूर पड़ जाएगा (मुंबई में माइग्रेशन करने के सवाल पर शाहिद कपूर)
#9. गिनती खत्म हो जाएंगी दादा, गोलियां नहीं (अननोन)
#10. कितने भाई हो?
'दो'
तीन होते तो क्या मूंछ उखाड़ देते हमारी. (अमोल गुप्ते)
***
यह स्टोरी दी लल्लनटॉप के साथ इंटर्नशिप कर रहे श्याम ने की है.
Raaj Kumar के अक्खड़पन के 6 किस्से, जिनमें फिल्म इंडस्ट्री के बड़े-बड़े सन्न हो गए