एक महाशय तो यहां भी अरविंद को ले आए. उन्होंने ट्वीट किया कि जब जिंदगी आपको 'वाल' देती है तो इसे कल्पित वीरवाल बनाओ न कि अरविंद केजरीवाल.
कल्पित उदयपुर का रहने वाला है. ऐसा अद्भुत के रिजल्ट आने के बाद कल्पित ने टीओआई को बताया,
हर किसी ने मुझे यही सलाह दी कि मैं कोटा या हैदराबाद में कोचिंग करने चला जाऊं. मैं पढ़ाई को बोझ नहीं बनाना चाहता था. मैं मजे लेकर पढ़ना चाहता था. इसलिए मैंने उदयपुर में ही रहकर स्कूल के साथ ही कोचिंग करने का फैसला किया. मुझे मालूम था कि मैं टॉप कर सकता हूं लेकिन ये कभी नहीं सोचा था कि मेरे मार्क्स 360 का जादुई आंकड़ा छू लेंगे.

अपने मां-बाप के साथ कल्पित
स्कूल का एक भी दिन नहीं किया मिस कल्पित के पापा पुष्पेंद्र वीरवाल एमबी गवर्नमेंट हॉस्पिटल में कंपाउंडर हैं. और मां सरकारी स्कूल में टीचर हैं. कल्पित उदयपुर के एमडीएस सीनियर सेकंडरी स्कूल में पढ़ता है. उसने इस साल स्कूल का एक दिन भी नहीं मिस किया. कल्पित के मुताबिक, मेरे मम्मा-पापा ने मेरी सेहत का पूरा ध्यान रखा. यहां तक कि मुझे सर्दी-जुकाम भी नहीं होने दिया. मैं स्कूल और कोचिंग के अलावा घर में भी पांच से छः घंटे पढ़ता था. बैडमिंटन और क्रिकेट कल्पित के पसंदीदा स्पोर्ट्स हैं. पढ़ाई का स्ट्रेस कम करने के लिए वो म्यूजिक सुनता है.

सोशल मीडिया पर नहीं हैं कल्पित
उसके स्कूल के डायरेक्टर शैलेंद्र सोमानी के मुताबिक,
कल्पित बहुत ही ज्यादा ब्राइट स्टूडेंट है. वो एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी में भी उसी उत्साह से प्रतिभाग करता था. उसने अटल टिंकरिंग लैब्स कॉम्पटीशन में नेशनल लेवल पर अपने स्कूल को रिप्रजेंट किया था. ये कॉम्पटीशन नीति आयोग ने करवाया था.
कल्पित ने उदयपुर के रेजोनेंस इंस्टीट्यूट से कोचिंग ली थी. यहां उसके मेंटॉर मोहित वधवानी के मुताबिक,
कल्पित ने नौवीं क्लास में इंडियन जूनियर साइंस ओलंपियाड भी टॉप किया था. दसवीं क्लास में नेशनल टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन में पहला स्थान आया था. अब वो आईआईटी बॉम्बे कंप्यूटर साइंस पढ़ना चाहता है.

अब आईआईटी- एडवांस पर है नजर
कल्पित की इस डेडीकेशन इस बात से भी देखी जा सकती है कि बाकियों की तरह उसका सोशल मीडिया कोई अकाउंट नहीं है. और कई लोगों ने इस कल्पित वीरवाल की जगह दूसरे कल्पित वीरवाल को बधाई दे डाली. बाद में उस दूसरे कल्पित वीरवाल ने ट्वीट कर जवाब दिया कि दरअसल वो टॉपर कल्पित वीरवाल नहीं है. उस कल्पित को 360 में से 360 मिले हैं. मैंने तो 360 में से केवल 224 स्कोर किया है.

दूसरे कल्पित वालीवार के ट्वीट का स्क्रीनशॉट
सोशल मीडिया के हीरो, 'एग्जाम टॉपर'
आईआईटी हो या आईएस या बोर्ड एग्जाम. इनमें अगर कोई रिकॉर्ड बना कर टॉप करता है तो वो सेलिब्रिटी हो जाता है. देश भर में उसके लाखों फॉलोवर्स बन जाते हैं. टॉप करने के बाद उनका सांस लेना भी खबर बनता है. कल्पित से पहले ऐसा ही रुतबा आईएस टॉपर टीना डाबी को और 2014 के बोर्ड एग्जाम टॉपर सार्थक अग्रवाल को मिला था. टीना देश की पहली लड़की हैं, जिन्हें सिविल सर्विसेज एग्जाम में पहला स्थान मिला. टीना के बारे में तो लोग इतना ज्यादा ऑबसेस्ड हैं कि उनका अफेयर किसके साथ चल रहा है, इस पर अलग से खबरें छपती हैं. और सोशल मीडिया के धुरंधर ऐसे मौके छोड़ते ही कब हैं

टीना की लव लाइफ पर बना एक मीम, फोटो: फेसबुक
सार्थक ने वो कारनामा दिखाया था जो अब तक बोर्ड एग्जाम में कोई हासिल नहीं कर पाया. उसने 99.6% से 12वीं की परीक्षा में टॉप किया था जो एक रिकॉर्ड है. सार्थक को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जा रहा था कि 'अरे इसका फ्यूचर तो फेयर एंड लवली से भी ज्यादा ब्राइट है.' इसी तरह के तमाम मीम्स की बाढ़ आ गई थी.

फोटो: फेसबुक
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