भ्रामक विज्ञापनों को लेकर पतंजलि (Patanjali Misleading Ads) की खूब फजीहत हुई थी. आलोचनाओं के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने ‘पतंजलि आयुर्वेद’ के खिलाफ याचिका दायर की. शीर्ष अदालत ने पतंजलि को फटकार लगाई. लेकिन इस मामले में पतंजलि को राहत मिल गई. कोर्ट ने IMA की तरफ से दाखिल किए गए केस को बंद करने का आदेश सुनाया. सुप्रीम कोर्ट में इस मामले के पेंडिंग रहने के दौरान ही आयुष मंत्रालय ने एक ऐसा नियम हटा दिया. जिसका इस सुनवाई पर बड़ा असर पड़ा. देखें वीडियो.
सुप्रीम कोर्ट ने रामदेव की पतंजलि पर चल रहे केस को बंद किया, वजह क्या है?
Patanjali Misleading Ads Case: कोर्ट में इस मामले के पेंडिंग रहने के दौरान ही आयुष मंत्रालय ने 1 जुलाई 2024 को एक अधिसूचना पारित की, जिसमें नियम 170 को हटा दिया गया. ये नियम था क्या?
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