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यूपी: 350 से ज्यादा अवैध धार्मिक स्थलों पर कार्रवाई, कहीं लगा ताला तो कहीं चले बुलडोजर

उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के मुताबिक़, UP के CM Yogi Adityanath ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी तरह का धार्मिक अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसी पर अमल करते हुए ये बड़ा अभियान चलाया गया है.

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(फ़ोटो- PTI)

उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने बीते कुछ दिनों में 350 से ज़्यादा ‘अवैध धार्मिक स्थलों’ पर कार्रवाई की है. मदरसों, मस्जिदों, मजारों और ईदगाहों समेत इन अनधिकृत धार्मिक जगहों की पहचान की गई. फिर उन्हें सील या ध्वस्त कर दिया गया है. 

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ये कार्रवाई नेपाल की सीमा से लगे ज़िलों में हुई है. अधिकारियों के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी तरह का धार्मिक अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसी पर अमल करते हुए पीलीभीत, श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज जैसे ज़िलों में अभियान चलाया गया है.

हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने इन अवैध ढांचों की पहचान की और सख्त कार्रवाई की है. रविवार, 11 मई को भी अभियान जारी रहा.

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श्रावस्ती

10 और 11 मई को श्रावस्ती में 104 मदरसे, एक मस्जिद, पांच मजार और दो ईदगाहों की पहचान की गई. ये सभी सार्वजनिक और निजी भूमि पर अवैध रूप से बने थे. ऐसे में सभी को नोटिस जारी कर सील कर दिया गया. आगे की कार्रवाई की जाएगी.

वहीं, सार्वजनिक भूमि पर मौजूद एक अवैध मदरसे को ध्वस्त कर दिया गया. इसके अलावा, निजी भूमि पर मौजूद दो गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों को सील कर दिया गया.

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बहराइच

बहराइच में अधिकारियों ने सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बने 13 मदरसे, आठ मस्जिद, दो मजार और एक ईदगाह की पहचान की. इनमें से पांच को नोटिस जारी करने के बाद सील कर दिया गया. वहीं, 11 को ध्वस्त कर दिया गया, जिनमें आठ मदरसे, दो मस्जिद और एक मजार शामिल हैं.

सिद्धार्थनगर

सिद्धार्थनगर में अधिकारियों ने अवैध निर्माण के लिए चार मस्जिदों, 18 मदरसों और एक अन्य मदरसे की पहचान की. यानी ज़िले में कुल 23 अवैध ढांचों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई है. इनको नोटिस जारी किए गए. पांच मदरसों को सील कर दिया गया और नौ को ध्वस्त कर दिया गया.

महराजगंज

महराजगंज के नौतनवा तहसील का परसामलिक गांव. यहां मकतब (मुस्लिम बच्चों के प्राइमरी स्कूल) की जमीन पर चल रहे एक गैर मान्यता प्राप्त मदरसे को बंद करा दिया गया. इसे लेकर ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने रिपोर्ट सबमिट की थी. उसी के आधार पर कार्रवाई की गई है.

सील कर उसकी चाबियां स्थानीय थाना प्रभारी को सौंप दी गई हैं. अब तक ज़िले में सार्वजनिक और निजी भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए 29 मदरसों और पांच मजारों को ध्वस्त किया जा चुका है.

लखीमपुर खीरी

पिछले दो दिनों में लखीमपुर खीरी में सार्वजनिक भूमि पर दो मस्जिद और एक ईदगाह अवैध रूप से बने हुए पाए गए. वहीं, निजी भूमि पर आठ मदरसे अवैध रूप से निर्मित पाए गए. इन्हें मिलाकर कुल 13 अवैध निर्माणों की पहचान की गई. इन 13 में से एक को नोटिस दिया गया, नौ को सील कर दिया गया और तीन को अब तक ध्वस्त कर दिया गया है.

पीलीभीत

पीलीभीत ज़िले के अधिकारियों ने भरतपुर गांव में सार्वजनिक भूमि पर बनी एक अवैध मस्जिद की पहचान की है. ज़िला मजिस्ट्रेट यानी DM के अनुसार, मस्जिद से जुड़े पक्षों को नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है. नोटिस की अवधि ख़त्म होने के बाद अवैध निर्माण के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी.

बलरामपुर

रविवार, 11 मई को बलरामपुर के तुलसीपुर तहसील का वीरपुर सेमरा गांव. यहां सार्वजनिक भूमि पर निर्माणाधीन मदरसे को ध्वस्त कर दिया गया. अब तक ज़िले में 30 मदरसे, 10 मजार और एक ईदगाह को ध्वस्त किया जा चुका है.

इनमें से दस का निर्माण सार्वजनिक भूमि पर अवैध रूप से किया गया था. जबकि 20 का निर्माण निजी भूमि पर बिना अनुमति के किया गया था.

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