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महाकुंभ भगदड़ को यूपी के मंत्री ने बताया 'छोटी-मोटी घटना', फिर बोले- "जुबान फिसल गई थी"

भगदड़ की घटना के बाद महाकुंभ में की गई व्यवस्था को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए. विपक्षी नेताओं ने सरकार को घेरा. इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और निषाद समाज पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भगदड़ को लेकर विवादास्पद बयान दे दिया है. उन्होंने कहा, “इतने बड़े आयोजन और भीड़ में छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती हैं.”

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महाकुंभ में मची भगदड़ पर दिए बयान पर संजय निषाद ने कुछ ही घंटों में सफाई जारी कर दी. (फोटो- PTI)

महाकुंभ में 29 जनवरी तड़के करीब दो बजे मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हुई है. पुलिस ने कुछ देर पहले आधिकारिक बयान में ये जानकारी दी है. लेकिन इससे पहले यूपी सरकार के एक मंत्री संजय निषाद ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को ‘छोटी-मोटी’ बताकर विवाद खड़ा कर दिया. हालांकि बाद में उन्होंने बयान वापस लेते हुए माफी मांगी.

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दरअसल, भगदड़ की घटना के बाद महाकुंभ में की गई व्यवस्था को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए. विपक्षी नेताओं ने सरकार को घेरा. इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और निषाद समाज पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भगदड़ को लेकर विवादास्पद बयान दे दिया है. उन्होंने कहा, “इतने बड़े आयोजन और भीड़ में छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती हैं.”

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक हरदोई में मीडिया से बातचीत के दौरान संजय निषाद ने कहा,

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“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस मामले को देख रहे हैं. उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो जहां जगह मिले, वहीं स्नान कर लें और अफवाहों से बचें.”

निषाद ने आगे कहा,

"सरकार पूरी तरह मुस्तैद है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है. इतने बड़े आयोजन और भीड़ में छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती हैं.''

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संजय निषाद ने दावा किया कि दुनिया में शायद ही कहीं इतनी बड़ी भीड़ का इतना बड़ा प्रबंधन होता है. उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के महाकुंभ पर दिए बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. निषाद ने कहा, “ये उनके निजी विचार हो सकते हैं. ये घटना दुखद है. हमारी संवेदनाएं सभी के साथ हैं. अगली बार कोशिश होगी कि जिन जगहों पर घाट बने हों, केवल उन्हीं जगहों पर स्नान का प्रबंध किया जाए.”

निषाद ने बयान पर मारी पलटी

हालांकि कुछ ही घंटों में संजय निषाद को सफाई जारी करनी पड़ी. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने पहले वाले बयान पर कहा कि उनकी ‘जुबान फिसल’ गई थी. कहा कि घटना से सब लोग दुखी हैं.

किसने क्या कहा?

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने घटना पर दुख जताया और X पर पोस्ट किया,

“इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन, बदइंतजामी और आम श्रद्धालुओं की जगह VIP मूवमेंट पर प्रशासन का विशेष ध्यान होना जिम्मेदार है. आज जैसी दुखद घटना आगे न हो, इसके लिए सरकार को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए. VIP कल्चर पर लगाम लगनी चाहिए. आम श्रद्धालुओं के ज़रूरतों की पूर्ति के लिए बेहतर इंतजाम करने चाहिए.”

राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से भी अपील की है कि वो पीड़ित परिवारों की मदद करें.

एक अन्य पोस्ट में अखिलेश यादव ने ‘व्यवस्था कायम करने के लिए महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तुरंत ही सेना को सौंपने’ की मांग की. उन्होंने लिखा,

“‘विश्व स्तरीय व्यवस्था’ करने के प्रचार के दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में हताहत हुए लोगों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए.”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मीडिया से बात की है. इस बातचीत में उन्होंने बताया है कि आज, मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में भारी भीड़ है. करीब 8-10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में हैं. संगम नोज पर दबाव है. उन्होंने आगे बताया कि बैरिकेड पार करने की कोशिश में कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल लगातार रिपोर्ट ले रहे हैं. उच्च स्तरीय बैठक चल रही है, जिसमें मुख्य सचिव, DGP मौजूद हैं. फिलहाल, प्रयागराज में स्थिति नियंत्रण में है. लेकिन भीड़ का दबाव बरकरार है.

वीडियो: महाकुंभ जाना है तो इन बातों का ध्यान रखें

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