The Lallantop

उधमपुर एयरबेस पर पाकिस्तानी हमले में एयरफोर्स जवान शहीद, CM भजनलाल ने जताया दुख

Udhampur Airbase पर Pakistan के हमले में असिस्टेंट सार्जेंट सुरेंद्र कुमार मोगा शहीद हो गए. उनका पार्थिव शरीर रविवार, 11 मई को सुबह 10:30 बजे गांव पहुंचेगा. पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार के साथ किया जाएगा.

post-main-image
शहीद मेडिकल असिस्टेंट सार्जेंट सुरेंद्र कुमार मोगा राजस्थान के रहने वाले थे. (X @BhajanlalBjp)

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर एयरबेस पर पाकिस्तानी हमले में मेडिकल असिस्टेंट सार्जेंट सुरेंद्र कुमार मोगा शहीद हो गए. राजस्थान के झुंझुनूं जिले के महरदासी गांव के रहने वाले सुरेंद्र भारतीय वायुसेना में मेडिकल कोर में तैनात थे. वे पिछले 14 साल से देश की सेवा कर रहे थे. शहीद सुरेंद्र कुमार के परिवार में उनकी मां, पत्नी सीमा, 11 साल की बेटी और 4 साल का बेटा है.

शनिवार, 10 मई को उधमपुर एयरबेस पर पाकिस्तान ने अटैक किया. सीजफायर के एलान से पहले यह हमला किया गया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सुरेंद्र के शहीद होने का पता चलने पर उनकी पत्नी की तबीयत बिगड़ गई. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब उनकी हालत ठीक है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है.

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शहीद सुरेंद्र को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने एक्स पर लिखा,

"राष्ट्र सुरक्षा का कर्तव्य-निर्वहन करते हुए उधमपुर एयरबेस पर वीरगति को प्राप्त राजस्थान के बेटे, झुंझुनूं निवासी, भारतीय सेना के जवान श्री सुरेंद्र सिंह मोगा जी की शहादत का समाचार अत्यंत दुःखद है. प्रभु श्रीराम पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिवार को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें"

झुंझुनूं के जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने परिवार को राज्य और केंद्र सरकार की ओर से हर मुमकिन मदद दिलाने का भरोसा दिया है. उन्होंने बताया कि शहीद मेडिकल असिस्टेंट सार्जेंट सुरेंद्र कुमार मोगा का पार्थिव शरीर रविवार, 11 मई को सुबह 10:30 बजे गांव पहुंचेगा. पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार  के साथ किया जाएगा.

गांव के पूर्व फौजी प्रेम पूनिया ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि सुरेंद्र बहुत मिलनसार इंसान थे. जब भी गांव आते, सबसे मिलते थे. उन्होंने हाल ही में अपने नए घर में परिवार के साथ रहना शुरू किया था. सुरेंद्र अपने परिवार के साथ समय बिताने के बाद 15 अप्रैल को ड्यूटी पर लौटे थे. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) से रिटायर्ड उनके पिता शिशुपाल सिंह का पहले ही निधन हो चुका है.

वीडियो: सीजफायर के बाद भी फायरिंग, BSF जवान मोहम्मद इम्तियाज शहीद

इस पोस्ट से जुड़े हुए हैशटैग्स