तिरुपति लड्डू के मिलावटी घी मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने एक आरोपी अजय कुमार सुगंधा को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि अजय ने भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी को मोनोडिग्लिसराइड्स, एसिटिक एसिड और एस्टर समेत अलग-अलग केमिकल की सप्लाई की थी. तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी को लड्डू प्रसादम बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी की सप्लाई का ठेका दिया था.
तिरुपति मंदिर में 5 साल तक मिलावटी घी से बनता रहा प्रसाद, बिना दूध 68 लाख किलो घी सप्लाई हुआ
Tirupati Laddu Case: SIT को अजय कुमार, पोमिल जैन और विपिन जैन के बीच केमिकल सप्लाई और पैसों की लेनदेन के सबूत भी मिले हैं. इसी आधार पर अजय को गिरफ्तार करके तिरुपति लाया गया है.


इंडिया टुडे से जुड़ीं अपूर्वा जयचंद्रन की रिपोर्ट के मुताबिक, जांच में पता चला कि भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी ने कथित तौर पर बिना दूध खरीदे तिरुपति को प्रसाद बनाने के लिए घी बनाकर बेचा. SIT ने दावा किया कि अजय ने कई सालों तक भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी को मोनोडिग्लिसराइड्स, एसिटिक एसिड और एस्टर जैसे केमिकल बेचे, जिनसे पॉम ऑयल बनाया गया.
SIT की जांच में खुलासा हुआ कि भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी के डायरेक्टर पोमिल जैन और विपिन जैन को कथित तौर पर मिलावटी घी बनाने के लिए इन केमिकल की सप्लाई की गई. जांच में SIT को पता चला कि लड्डू बनाने में इस्तेमाल हुए घी में पॉम ऑयल मिलाया गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, SIT को अजय कुमार, पोमिल जैन और विपिन जैन के बीच केमिकल सप्लाई और पैसों की लेनदेन के सबूत भी मिले हैं. इसी आधार पर अजय को गिरफ्तार करके तिरुपति लाया गया है. इसके अलावा SIT ने 50 लाख रुपये के एक मनी ट्रेल का भी पता लगाया है.
सूत्रों के मुताबिक, तत्कालीन TTD अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी के निजी सहायक (PA) कडुरु चिन्नप्पन्ना ने नई दिल्ली के पटेल नगर मेट्रो स्टेशन के पास अलग-अलग मौकों पर अमन गुप्ता नाम शख्स से लगभग 20 लाख रुपये कैश लिए थे. दावा है कि अमन मेसर्स प्रीमियर एग्री फूड्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा एक हवाला एजेंट है.
इसी तरह, कडुरु चिन्नप्पन्ना ने दिल्ली में अलग-अलग मौकों पर मेसर्स प्रीमियर एग्री फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर विजय गुप्ता से करीब 30 लाख रुपये नकद हासिल किए थे. SIT इन दोनों लेनदेन से जुड़े लगभग 50 लाख रुपये की जांच कर रही है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, SIT की जांच से पता चला कि उत्तराखंड के भगवानपुर में मौजूद भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी ने कभी कहीं से एक बूंद दूध या मक्खन नहीं खरीदा, फिर भी 2019 से 2024 के बीच तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को 68 लाख किलोग्राम घी सप्लाई करने में कामयाब रही.
आरोप है कि एक डेयरी यूनिट की आड़ में भोले बाबा के डायरेक्टरों ने एक नकली देसी घी ने बनाने की यूनिट बनाई. रिपोर्ट के मुताबिक, उसने तिरुपति ट्रस्ट को 250 करोड़ रुपये की कीमत का 68 लाख किलोग्राम नकली घी बेचा. जांच से पता चला कि भोले बाबा डेयरी के डायरेक्टरों ने दूध खरीद और पेमेंट के फर्जी रिकॉर्ड बनाए. लेकिन स्थानीय दूध किसानों से पूछताछ में साफ तौर पर सामने आया कि कभी दूध खरीदा ही नहीं गया.
पोमिल जैन और विपिन जैन ने पास की एक डेयरी खरीदी और इसमें हर्ष फ्रेश डेयरी बनाई. ये भोले बाबा डेयरी प्लांट से लगभग दो किलोमीटर दूर है. दोनों ने दिल्ली की बज्ज एंड बज्ज कंपनी से हर्ष फ्रेश डेयरी के नाम पर भारी मात्रा में पाम ऑयल और पाम कर्नेल ऑयल खरीदा. बज्ज एंड बज्ज मलेशिया से पाम ऑयल खरीदने वाली एक बड़ी इंपोर्टर कंपनी है.
पाम ऑयल, पाम कर्नेल ऑयल और अन्य केमिकल को हर्ष फ्रेश डेयरी से भोले बाबा के मेन प्लांट में बैचों में भेजा गया. जहां भोले बाबा डेयरी के डायरेक्टरों ने बड़े लेवल पर नकली घी बनाने का धंधा शुरू कर दिया.
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