पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार (Sukanta Majumdar) के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई है. आरोप है कि उन्होंने सेक्स वर्कर्स (Sex Workers) के ख़िलाफ़ विवादास्पद और अपमानजनक कॉमेंट किया. तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भी उनके बयान की आलोचना की है और उनसे 'बिना शर्त माफ़ी' की मांग की है.
'सोनागाछी की सेक्स वर्कर्स...' कोलकाता पुलिस पर ये बोल BJP नेता सुकांत मजूमदार बुरा फंसे
Sukanta Majumder 'insults' sex workers: TMC ने भी सुकांत के बयान की आलोचना की है और उनसे 'बिना शर्त माफ़ी' की मांग की है. विवाद बढ़ने के बाद सुकांत मजुमदार की सफाई भी आई. उन्होंने अब क्या कहा?

शुक्रवार, 20 जून को सुकांत मजूमदार और कोलकाता पुलिस के बीच विवाद हो गया. मजूमदार को भवानीपुर में पुलिस ने हिरासत में लिया था. इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर बंगाल की कानून व्यवस्था की तुलना 'सेक्स वर्कर्स' से की. कहा,
'आपने (कोलकाता पुलिस ने) पुलिस की कार्यप्रणाली को सोनागाछी की सेक्स वर्कर्स के स्तर तक गिरा दिया है.'
सुकांत मजूमदार का ये विवादित कॉमेंट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसके बाद कोलकाता के बुरटोला थाने में एक सेक्स वर्कर ने शिकायत दर्ज कराई. इसी शिकायत के आधार पर रविवार, 22 जून को BNS की धारा 79/352 के तहत मामला दर्ज किया गया.
महिला की शिकायत के मुताबिक़, सुकांत मजूमदार ने ऐसी बातें कहीं, जिससे सोनागाछी इलाक़े (कोलकाता में रेड लाइट एरिया) की महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंची. उनकी मंशा ‘सार्वजनिक शांति भंग करने’ की थी.
TMC ने बोला हमलापश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी TMC के कई नेताओं ने सुकांत मजूमदार के बयान पर सवाल उठाए. कहा कि सुकांत ने न सिर्फ़ सेक्स वर्कर्स का, बल्कि राज्य की सभी महिलाओं का अपमान किया है. राज्य के मंत्री शशि पांजा ने मांग की कि मजूमदार माफ़ी मांगें. वहीं, TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी मजूमदार की आलोचना की. कहा,
सुकांत ने ये कॉमेंट इसलिए किया, क्योंकि वो सेक्स वर्कर्स के संघर्ष को नहीं समझते हैं.
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Sukanta Majumdar की सफाईविवाद बढ़ने के बाद सुकांत मजूमदार की सफाई भी आई. इंडिया टुडे से बात करते हुए उन्होंने कहा,
मेरा इरादा सेक्स वर्कर्स का अपमान करना नहीं था. मैं बस इतना कहना चाहता था कि सेक्स वर्कर्स के भी काम करने का एक सिद्धांत होता है और नैतिकता होती है. जो कोलकाता पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस की नहीं है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में उन्होंने अपना स्तर गिरा दिया है. उन्होंने अपनी विश्वसनीयता खो दी है.
सुकांत ने FIR दर्ज होने पर भी प्रतिक्रिया दी है. कहा है कि उन्हें राजनीतिक रूप से हरा नहीं पाने के चलते ये किया गया है.
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