चुनाव से फुर्सत पाई तो भाजपा इन दिनों संगठन से जुड़े अधूरे काम निपटाने में लगी है. पहले यूपी में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान हुआ. फिर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए और अब सोमवार, 15 दिसंबर को बिहार के प्रदेश अध्यक्ष का नाम घोषित कर दिया गया है. उम्मीद के मुताबिक बिहार के नए प्रदेश अध्यक्ष का नाम भी संभावनाओं, अटकलों और भविष्यवाणियों को पछाड़ते हुए सामने आया है. दरंभगा शहरी सीट से लगातार 5 बार से विधायक बन रहे संजय सरावगी को भाजपा ने बिहार में संगठन की कमान सौंप दी है. ये वही नेता हैं जो विधायक बनने के बाद विधानसभा में मैथिली में शपथ लेकर सुर्खियां बने थे.
संजय सरावगी बिहार बीजेपी के अध्यक्ष बने, पार्षदी से शुरू की राजनीति, अब पूरे बिहार की जिम्मेदारी!
उत्तर प्रदेश के बाद अब बिहार भाजपा को भी उसका प्रदेश अध्यक्ष मिल गया. भाजपा ने दरभंगा नगर के 6 बार के विधायक संजय सरावगी को प्रदेश में पार्टी की कमान सौंप दी है.


संजय सरावगी दिलीप जायसवाल की जगह लेंगे. भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए नितिन नबीन के साथ बिहार प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर दिलीप जायसवाल सोमवार, 15 दिसंबर को दिल्ली गए थे. उनके दिल्ली जाने के बाद ही संजय सरावगी के बिहार बीजेपी प्रेसिडेंट होने का ऐलान किया गया.
कौन हैं संजय सरावगीसंजय भाजपा का मजबूत वैश्य चेहरा हैं. छात्र जीवन से ही वह राजनीति में हैं. सबसे पहले वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े. बाद में भाजपा में शामिल हो गए. 1999 में वो भाजपा के जिला मंत्री बने. इसके दो साल बाद 2001 में भाजपा के दरभंगा नगर मंडल के अध्यक्ष बनाए गए. संसदीय राजनीति में आने से पहले वह निकाय स्तर पर भी चुनाव लड़े. 2002 में पहली बार नगर निगम के पार्षद बने. 2003 में दरंभाग जिले के भाजपा महामंत्री बनने के बाद साल 2005 में पार्टी ने उनको पहली बार टिकट दिया. भरोसे पर खरा उतरते हुए संजय ने इस चुनाव में पार्टी को जीत भी दिलाई. इसके बाद से वह कभी चुनाव नहीं हारे. 2005, 2010, 2015, 2020 और अब 2025 में भी वह इस सीट से विधायक हैं.
28 अगस्त 1969 को परमेश्वर सरावगी के घर पैदा हुए संजय ने एमकॉम और एमबीए की पढ़ाई की है. भाजपा के बेहद पुराने और भरोसेमंद चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं. कारोबारी वर्ग में अच्छी पकड़ बताई जाती है. मिथिलांचल की सियासत में उनका बड़ा नाम है. 2017 में संजय सरावगी को बिहार विधानसभा की प्राक्कलन समिति का सभापति बनाया गया. फरवरी 2025 में वो बिहार सरकार में राजस्व और भूमि सुधार मंत्री बनाए गए.
2025 में बिहार में एनडीए की दमदार वापसी के बाद भी संजय को मंत्री नहीं बनाया गया. तभी से ये कयास लग रहे थे कि संजय को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
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