राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस (Republic Day) के भव्य समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र का नेतृत्व किया. परेड से पहले उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज को फहराया. इस साल इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ‘प्रबोवो सुबियांटो’ मुख्य अतिथि थे. देश की सैन्य टुकड़ियों ने मार्च-पास्ट में हिस्सा लिया. गणतंत्र दिवस परेड में इस बार 16 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों-विभागों की झांकियां दिखाई गईं.
महाकुंभ से लेकर लकड़ी के खिलौने, गणतंत्र दिवस की झाकियों में परंपरा और प्रगति का संगम, देखिए तस्वीरें
Republic Day Jhankiyan: आंध्र प्रदेश की झांकी ‘एटिकोप्पाका बोम्मालु’ पर केंद्रित थी. इसका इतिहास 400 सालों से पुराना है. लेकिन ये होता क्या है?

झांकियों का थीम 'स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास' से जुड़ा हुआ था. इस दौरान सांस्कृतिक विविधताओं की झलकियां दिखीं. आंध्र प्रदेश की झांकी ‘एटिकोप्पाका बोम्मालु’ पर केंद्रित थी.
Etikoppaka Bommalu क्या होता है?‘एटिकोप्पाका बोम्मालु’ आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जिले के एटिकोप्पाका गांव में बनने वाले लकड़ी के खिलौनों को कहते हैं. झांकी में इन खिलौनों को पर्यावरण के अनुकूल दिखाया गया.

इन खिलौनों का इतिहास 400 साल पुराना है. 2017 में इसे GI टैग दिया गया था.
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UP Jhanki 2025उत्तर प्रदेश की झांकी में महाकुंभ मेले की झलकियां दिखाई गईं.

पश्चिम बंगाल की झांकी में राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में बताया गया. इसका थीम रखा गया था, 'लक्ष्मी भंडार' और ‘लोक प्रसार प्रकल्प’- बंगाल में जीवन को सशक्त बनाना और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना.

गुजरात की झांकी में 12वीं शताब्दी के 'कीर्ति तोरण' और 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को दिखाया गया.

लंब समय के बाद दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में बिहार की झांकी का प्रदर्शन हुआ है. इस बार की झांकी का थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास (नालंदा विश्वविद्यालय)’ था.

विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों के थीम इस प्रकार हैं-
- गोवा - गोवा की सांस्कृतिक विरासत.
- उत्तराखंड- सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल.
- हरियाणा- भगवत गीता का प्रदर्शन.
- झारखंड- 'स्वर्णिम झारखंड'- विरासत और प्रगति की विरासत.
- गुजरात- स्वर्णिम भारत- विरासत और विकास.
- आंध्र प्रदेश- एटिकोप्पका बोम्मलु- पर्यावरण के अनुकूल लकड़ी के खिलौने.
- पंजाब- पंजाब ज्ञान और बुद्धिमत्ता की भूमि है.
- उत्तर प्रदेश- महाकुंभ 2025 - स्वर्णिम भारत विरासत और विकास.
- बिहार- स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास (नालंदा विश्वविद्यालय).
- मध्य प्रदेश- कूनो राष्ट्रीय उद्यान- चीतों की भूमि.
- त्रिपुरा- शाश्वत श्रद्धा: त्रिपुरा में 14 देवताओं की पूजा- खर्ची पूजा.
- कर्नाटक- लक्कुंडी: पत्थर शिल्प का उद्गम स्थल.
- पश्चिम बंगाल- 'लक्ष्मी भंडार' और ‘लोक प्रसार प्रकल्प’- बंगाल में जीवन को सशक्त बनाना और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना.
- चंडीगढ़- विरासत, नवाचार और स्थिरता का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण.
- दिल्ली- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा.
- दादरा नगर हवेली और दमन एंड दीव : कुकरी मेमोरियल के साथ दमन एवियरी बर्ड पार्क- भारतीय नौसेना के बहादुर नाविकों को श्रद्धांजलि.
76वें गणतंत्र दिवस समारोह का समापन के पहले देश की सेना ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वहां मौजूद थे.
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