बेंगलुरु के शिवलिंग स्वामी ने 10वीं पास की थी. वह अपने घर पर यह बोलकर निकला था कि स्कूल से ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) लेने जा रहा है. लेकिन असल में उसे जाना था चिन्नास्वामी स्टेडियम. घरवाले इस बात से बेखबर थे. उन्हें नहीं मालूम था कि उनका बेटा अब घर लौटकर नहीं आएगा. IPL विजेता RCB का सेलिब्रेशन देखने गया शिव भगदड़ का शिकार हो गया. उसकी मौत हो गई.
बेंगलुरु भगदड़: कोई जॉब इंटरव्यू का बहाना बनाया, कोई स्कूल से TC लेने का, सामने आई मृतकों की कहानी
कोई घर पर बहाना बनाकर निकला था, कोई दोस्तों के साथ चला गया. इन बच्चों का कसूर इतना था कि वो अपने पसंदीदा क्रिकेटर्स को देखना चाहते थे.

4 जून को RCB के सेलिब्रेशन के दौरान हुए हादसे में ऐसी तमाम दर्दनाक कहानियां अब सामने आ रही हैं. आधिकारिक तौर पर इस घटना में 11 लोगों की मौत हुई है. इनमें शिवलिंग भी शामिल था.
एक झूठ ने जैसे शिव को मौत के मुंह में धकेल दिया, वैसा ही प्रज्ज्वल के साथ भी हुआ. जैसे शिवलिंग ने अपने घर पर सच बोलकर नहीं निकला था, प्रज्ज्वल भी घर पर बहाना बनाकर चिन्नास्वामी स्टेडियम पहुंचे थे. उन्होंने अपने घर पर कहा कि वह एक जॉब इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं. और वह निकल गए RCB की जीत का जश्न देखने. लेकिन जश्न उनके परिवार के लिए मातम बन जाएगा, इस बात को ना वो जानते थे, ना उनका परिवार. उनका परिवार इतना बेखबर था कि जब चिन्नास्वामी स्टेडियम हादसे में मृतक की लिस्ट में प्रज्ज्वल का नाम दिखा, तब मालूम हुआ कि वह जॉब इंटरव्यू के लिए नहीं, चिन्नास्वामी स्टेडियम गए थे.
ऐसी ही कहानी 19 साल के चिन्मई शेट्टी की भी है. चिन्मई इंजीनियरिंग फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट थी. यक्षगान और भरतनाट्यम का शौक रखने वाली चिन्मयी को क्रिकेट में कोई खास दिलचस्पी नहीं थी. वह 4 जून को अपने कुछ दोस्तों के साथ बस इसलिए विधानसभा और उसके बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम चली गई क्योंकि उसके दोस्तों ने जोर दिया था.
बेंगलुरु के बनशंकरी चिन्मई अपने परिवार के साथ रहती थी. उसके पिता करुणाकर शेट्टी ने कहा कि उनकी बेटी की अचानक और दुखद मौत उनके लिए जीवनभर का दुख छोड़ गई है. उन्होंने आयोजन पर सवाल उठाए और कहा कि इस आयोजन को इतनी जल्दबाजी और बिना योजना के नहीं करना चाहिए था.
वीडियो: बेंगलुरु में भगदड़ के बाद सामने आईं मायूस कर देने वालीं तस्वीरें