झारखंड की राजधानी रांची में 'वेटिकन सिटी थीम' वाले दुर्गा पंडाल में ईसा मसीह की तस्वीर लगने पर विवाद सामने आया. विश्व हिंदू परिषद (VHP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लोगों ने इस आपत्ति जताई. VHP ने आरोप लगाया कि पंडाल ‘हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने’ और ‘धर्मांतरण को बढ़ावा देने’ के लिए बनाया गया. विवाद के बाद भगवान कृष्ण की तस्वीर से बदल दिया गया है.
झारखंड में दुर्गा पूजा में ईसा महीस की तस्वीर पर विवाद, वेटिकन सिटी की थीम पर बनाया पंडाल
आयोजकों ने रोमन कैथोलिक चर्च के केंद्र 'वेटिकन सिटी' की थीम पर अपना पंडाल बनाया. आयोजक विक्की यादव JMM के सदस्य भी हैं.


रांची के रातू रोड में मौजूद आरआर स्पोर्टिंग क्लब ने इस पंडाल को बनाया है. आयोजकों ने रोमन कैथोलिक चर्च के केंद्र 'वेटिकन सिटी' की थीम पर अपना पंडाल बनाया था. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, ईसा मसीह की तस्वीर हटाने पर क्लब के प्रमुख विक्की यादव ने कहा कि ये फैसला पूजा समिति के सदस्यों ने लिया है, किसी वर्ग के विरोध के कारण नहीं.
विक्की यादव झारखंड में सत्तारूढ़ JMM के सदस्य भी हैं. उन्होंने कहा कि पंडाल के बाहर रखी यूरोपीय शैली की मूर्तियों को बरकरार रखा गया है. उन्होंने दावा किया कि इस डिजाइन का मकसद शांति और भाईचारे को बढ़ावा देना है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक दौरों के दौरान विदेशों में चर्चों में जाने के वीडियो दिखाते हुए कहा,
भारत धार्मिक सद्भाव का प्रतीक है. अगर ऐसा नहीं है, तो इसे हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं घोषित कर दिया जाता?
विक्की यादव के मुताबिक, उनके विचार भारत की बहु-धार्मिक संस्कृति से प्रेरित है और यह क्लब सनातन धर्म को बढ़ावा देता है. उन्होंने आगे कहा,
हम बीते 50 सालों से दुर्गा पूजा का आयोजन कर रहे हैं और हर साल हम कुछ खास थीम पर आधारित पंडाल बनाते हैं. इस साल हमने 2022 में वेटिकन सिटी की थीम पर कोलकाता में श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब द्वारा बनाए गए दुर्गा पूजा पंडाल को दोहराने का फैसला किया है.
इससे पहले, VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने चिंता जताते हुए कहा था,
ये हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देने के मकसद से किया गया है. अगर दुर्गा पूजा पंडाल की आयोजन समिति धर्मनिरपेक्षता में इतनी रुचि रखती है, तो मैं उनसे रांची में चर्च या मदरसों द्वारा आयोजित किसी कार्यक्रम में किसी हिंदू देवी या देवता की तस्वीर दिखाने के लिए कहूंगा.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, विनोद बंसल ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि इसे किसने फंड दिया है. किसने ये विचार दिया और आयोजक किसके हितों की पूर्ति कर रहे हैं... विनोद बंसल के मुताबिक, ‘उन्होंने झारखंड को जिहाद की भूमि में बदल दिया है और अब वे चर्चों के एजेंडे पर आगे बढ़ रहे हैं.’
वहीं, झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता और BJP नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि धार्मिक परंपराओं का सम्मान करना महत्वपूर्ण है. X पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा,
विभिन्न डिजाइन्स के जरिए पंडालों को आकर्षक बनाना सराहनीय है. लेकिन धार्मिक आस्था और परंपराओं का सम्मान भी उतना ही जरूरी है... मां दुर्गा की आराधना का ये पावन पर्व राजनीतिक सीमाओं से परे है और देश भर के 100 करोड़ सनातनी हिंदू भाई-बहनों की आस्था और एकता का प्रतीक है…
बाबूलाल मरांडी ने दुर्गा पूजा पंडाल में गैर-हिंदू देवी-देवता की तस्वीर लगाने को ‘अनुचित परंपरा’ बताया. उन्होंने उम्मीद जताई आयोजन समिति ‘इस भूल को’ जल्द सुधारेगी.
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