राजस्थान में एक पुलिस वाले ने धमकी देते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी नहीं बख्शा. एक चाय वाले को धमकाते हुए पुलिसकर्मी ने CM भजनलाल के बारे में अमर्यादित टिप्पणी की. इस घटना वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. मामला CM भजनलाल के गृह जिले भरतपुर का है. वीडियो में एक पुलिसकर्मी चाय वाले को धमकाते हुए कहता है, खुद को सीएम मत समझो. भजनलाल भी बचाने नहीं आएंगे. इस घटना का वीडियो वायरल हुआ तो राजस्थान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धमकी देने वाले पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया. इसके अलावा चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है.
'पंडित जी... CM भजनलाल भी न बचा पाएंगे', कॉन्स्टेबल का धमकाते हुए वीडियो आया, हुआ सस्पेंड
Rajasthan Police के एक जवान ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर अमर्यादित टिप्पणी करते हुए एक चाय वाले को धमकाया. इस घटना का वीडियो वायरल हुआ तो एसपी ने कार्रवाई की. धमकी देने वाले पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है.

भरतपुर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का गृह जिला है. वायरल वीडियो में डीएसटी टीम के पुलिसकर्मी वर्दी की धौंस जमाते हुए नजर आए. आजतक से जुड़े हिमांशु शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, यह 4 फरवरी को बीकानेर हाईवे पर मौजूद सूर्य सिटी के पास की घटना है. रात करीब 9 बजे डीएसटी टीम सूर्य सिटी के सामने एक टी स्टॉल पर पहुंची.
एक कांस्टेबल ने चाय वाले से कहा कि पंडित जी, यहां कोई व्यर्थ आदमी नहीं बैठना चाहिए. एक लड़के की तरफ इशारा करते हुए पुलिस वाले ने कहा कि देखो वहां वो लड़का पी (शराब) रहा है, सप्लाई कहां से आ रही है. हालांकि, चाय वाले ने इस बारे में किसी भी जानकारी से इनकार कर दिया.
इसी बात पर कांस्टेबल भड़क गया और चाय वाले को धमकी देते हुए बोला, ''पंडित जी, तुम कोई सीएम भजनलाल थोड़ी हो. सीएम भजनलाल भी बचाने नहीं आएंगे.'' बाद में डीएसटी टीम वहां से चली गई, लेकिन चाय वाले की दुकान में लगे CCTV कैमरे में पूरा मामला रिकॉर्ड हो गया.
पुलिस वाले की बात भी कैमरे पर रिकॉर्ड हो गई. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो पुलिस प्रशासन में हलचल मच गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. एसपी ने कांस्टेबल रितेश सिंह को सस्पेंड कर दिया, जबकि अन्य चार पुलिसकर्मियों कांस्टेबल जगदीश सिंह, मधुसूदन सिंह, दिनेश सिंह, और लक्ष्मण को लाइन हाजिर कर दिया.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, चाय वाले ने कहा कि कुछ लोग सड़क पर शराब पी रहे थे, जिस पर पुलिसवालों ने आपत्ति जताई थी. वहीं, सस्पेंड पुलिसकर्मी रितेश ने भास्कर को बताया कि दुकान के पास शराब पी रहे लोगों को लेकर पूछताछ की थी, तभी यह विवाद हुआ. डीएसटी टीम को शक था कि दुकान पर अवैध शराब और मादक पदार्थों की बिक्री हो रही है, जिसके चलते वहां भीड़ लगी थी.
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