कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को 'हेल्थ इमरजेंसी' बताया है. उन्होंने पीएम मोदी से संसद में इसपर विस्तार से चर्चा करने और प्रदूषण रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है. उन्होंने सरकार से तीखा सवाल करते हुए कहा, ‘राष्ट्रीय आपदा के बीच भी मोदी सरकार हाथ पर हाथ धर कर क्यों बैठी है?’.
राहुल गांधी ने प्रदूषण को हेल्थ इमरजेंसी बताया, PM मोदी से पूछा- 'हाथ पर हाथ रखकर क्यों बैठे?'
Delhi poor air quality: राहुल गांधी ने दिल्ली की ज़हरीली हवा पर कुछ महिलाओं के साथ मिलकर गंभीर चर्चा की. इस बातचीत का एक वीडियो उन्होंने अपने X हैंडल से पोस्ट भी किया. पोस्ट में उन्होंने प्रदूषण को लेकर चिंता ज़ाहिर की और सरकार से तीखे सवाल पूछे.


राहुल गांधी शुक्रवार, 28 नवंबर को अपने आवास पर कुछ महिलाओं से मिले. उनसे दिल्ली की ज़हरीली हवा को लेकर गंभीर चर्चा की. इस बातचीत का एक वीडियो उन्होंने अपने X हैंडल पर पोस्ट भी किया. राहुल गांधी ने दो पोस्ट किए और दोनों में मुखर रूप से अपनी बात रखी. पहले पोस्ट में उन्होंने महिलाओं को लेकर चिंता ज़ाहिर की और सरकार से सवाल पूछे. उन्होंने लिखा,
मैं जिस भी मां से मिलता हूं, वो मुझे एक ही बात बताती हैं कि उनका बच्चा ज़हरीली हवा में सांस ले रहा है. वो थक चुकी हैं, उनके मन में डर और गुस्सा दोनों हैं.
राहुल गांधी ने पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीखे सवाल पूछते हुए लिखा,
मोदी जी, भारत में बच्चे आपके सामने घुट रहे हैं, आप इस तरह शांत कैसे बैठ सकते हैं? आपकी सरकार कोई प्लान या कोई ज़िम्मेदारी क्यों नहीं ले रही है? इस देश के बच्चे साफ़-सुथरी हवा के हकदार हैं बहानेबाज़ी के नहीं.
राहुल गांधी ने अपने दूसरे पोस्ट में लिखा,
बच्चों का दर्द सबसे गहरी चोट की तरह मांओं के दिल में उतरता है. दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ लड़ रहीं ऐसी ही कुछ मांओं से मिला, जो न सिर्फ अपने बच्चे बल्कि पूरे देश के बच्चों के भविष्य को लेकर डरी हुई हैं.
उन्होंने आगे अपने पोस्ट में लिखा,
इस राष्ट्रीय आपदा में मोदी सरकार हाथ पर हाथ धर कर बैठी है और समय तेजी से फिसल रहा है. भारत को तुरंत इसपर गंभीर चर्चा और निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए जिससे देश के बच्चे साफ और सुरक्षित हवा में सांस ले सकें.
एनडीटीवी ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि दिल्ली की हवा बीते 15 दिनों से बहुत खराब है. एक मौसम एजेंसी के हवाले से बताया कि आने वाले हफ्ते में भी दिल्ली की हवा 'बहुत खराब' की श्रेणी में ही रहने वाली है. दिल्ली की बिगड़ती हालत को देखते हुए डॉक्टर्स ने कई टेस्ट सुझाए हैं, जिससे प्रदूषण से होने वाली बीमारियों का फर्स्ट स्टेज में ही पता लगाया जा सके. ये टेस्ट अस्थमा के मरीज, बच्चों-बूढ़ों और सिगरेट पीने वालों को ज़रूर कराना चाहिए.
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