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नोएडा में पांच महीने में 70 हजार लोगों को कुत्तों ने काटा

बीते 5 महीने में आवारा जानवरों के काटने के कुल 74 हजार 200 मामले सामने आए. इसमें कुत्तों के अलावा बिल्ली तथा बंदर शामिल हैं.

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सांकेतिक तस्वीर. (तस्वीर-आजतक)

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले (नोएडा) में कुत्तों, बंदरों और बिल्लियों का आतंक बढ़ता जा रहा है. जनवरी 2025 से मई तक यानी बीते पांच महीनों में 70 हजार से अधिक लोग कुत्तों के हमले का शिकार हुए हैं. इनमें आवारा कुत्तों के अलावा पालतू कुत्ते भी शामिल हैं. वहीं करीब 5 हजार से अधिक बंदरों और बिल्लियों के काटने के मामले सामने आए हैं.

इंडिया टुडे से जुड़े भूपेंद्र चौधरी की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि बीते 5 महीने में आवारा जानवरों के काटने के कुल 74 हजार 200 मामले सामने आए. इसमें सबसे अधिक स्ट्रीट डॉग्स (आवारा कुत्तों) के हैं. जो पिछले 5 महीनों में 52 हजार 714 से अधिक लोगों को निशाना बना चुके हैं. जबकि 16 हजार 474 केस पालतू कुत्तों से जुड़े हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 3,833 मामले बंदरों के काटने के सामने आए हैं. इसके अलावा बिल्ली के काटने के 1,179 मामले दर्ज किए गए हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक इन हमलों की बात करें तो हर महीने करीब 15 हजार हमले हुए हैं. वहीं हर दिन औसतन 500 लोग प्रभावित हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जिले में अटैक के हॉटस्पॉट एरिया को चिह्नित करने में लगा है.

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गौतमबुद्ध नगर के डिप्टी CMO डॉ. टीकम सिंह ने बताया कि यह आंकड़े जनवरी से मई तक के हैं. पिछले साल रेबीज के मामले 10 से 12 हजार ही आते थे, जो कि सामान्य थे. लेकिन इस बार आंकड़ा बढ़ा है. उन्होंने बताया कि रेबीज को हाइड्रोफोबिया भी कहते हैं. यह दिमाग की स्थिति की वजह से होती है. यह एक वायरस होता है. डिप्टी सीएमओ डॉ. टीकम सिंह ने आगे कहा कि हर साल आंकड़ों के हिसाब से हॉटस्पॉट एरिया चिन्हित करते हैं. और उन्हें हम CBO के ऑफिसर से साझा भी करते हैं.

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