The Lallantop

मेदिनीपुर से सिलिगुड़ी तक, SFI और TMC के छात्र संगठनों में जमकर मारपीट और बवाल

SFI and TMC student wing clash: जानकारी के मुताबिक़, दोनों संगठनों के बीच जमकर झड़प हुई. जिसमें कुछ छात्र घायल हो गए हैं.

Advertisement
post-main-image
SFI से जुड़े छात्र पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के इस्तीफ़े की मांग कर रहे थे. (फ़ोटो - आजतक)
author-image
अनुपम मिश्रा

पश्चिम बंगाल में छात्रों के बीच हिंसा की ख़बर है. लेफ़्ट के छात्र संगठन प्रदेश के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के इस्तीफ़े की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच, मेदिनीपुर कॉलेज में SFI और सत्ताधारी पार्टी TMC से जुड़े छात्र संगठनों के बीच झड़प हो गई. इस झड़प में कई छात्र घायल भी हो गए हैं. घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. एक वीडियो में कई महिला पुलिसकर्मी एक छात्रा को पुलिस की गाड़ी में बिठाते दिख रहे हैं.

Advertisement

आजतक से जुड़े अनुपम मिश्रा की ख़बर के मुताबिक़, SFI से जुड़े छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. आरोप है कि ये छात्र मेदिनीपुर कॉलेज में छात्रों को अंदर जाने से रोक रहे थे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. वहीं, TMC छात्र यूनियन से जुड़े सदस्य भी वहां पहुंच गए. इसके बाद बातचीत हुई. ये बातचीत पहले बहस में बदली, फिर झड़प में. 

जानकारी के मुताबिक़, दोनों संगठनों के बीच जमकर झड़प हुई. जिसमें कुछ छात्र घायल हो गए हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने बीच बचाव कर स्थिति को क़ाबू कर लिया है. कुछ छात्रों को हिरासत में भी लिया गया है.

Advertisement

ऐसी ही घटना सिलीगुड़ी के बागाजतिन पार्क इलाक़े में हुई. यहां AIDSO के प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन के तहत नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी से आने वाली एक बस को रोक दिया. AIDSO कार्यकर्ता डॉ. शहरियार आलम ने बताया, 

TMC के गुंडे यहां आए और छात्रों पर हमला किया. हम चाहते हैं कि विरोध शांतिपूर्ण तरीक़े से चले. पश्चिम बंगाल माध्यमिक परीक्षा बोर्ड (WBBSE) की कक्षा 12 की राज्य बोर्ड परीक्षा में कोई डिस्टर्बेंस नहीं किया जाएगा.

मामला क्या है?

SFI मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की छात्र शाखा है. इसके कार्यकर्ता 3 फ़रवरी की सुबह से ही कई यूनिवर्सिटीज़ के कैम्पस में एकट्ठा होने लगे थे. उनकी मांग, शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु पद से इस्तीफ़ा दें. दरअसल, 1 मार्च को कोलकाता के जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. उनकी मांग थी कि छात्र संघ चुनाव करवाये जाएं.

Advertisement

वहीं, 1 मार्च को ब्रत्य बसु भी जादवपुर यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंचे थे. क्योंकि उन्हें ‘पश्चिम बंगाल कॉलेज और यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन’ (WBCUPA) की वार्षिक आम बैठक में भाग लेना था. बताया गया कि ब्रत्य बसु कैंपस से बाहर जा रहे थे. लेकिन छात्र, चुनाव कराये जाने को लेकर उनसे चर्चा करना चाहते थे. ऐसे में उन्होंने बसु को रोकने की कोशिश की. 

लेकिन आरोप है कि बसु के काफिले की एक कार प्रदर्शनकारियों से टकरा गई. इससे दो छात्र घायल हो गए. आरोप ये भी है कि इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने ब्रत्य बसु की कार के विंडशील्ड को डैमेज कर दिया. इस दौरान उन्हें भी कई चोटें आईं.

आरोप-प्रत्यारोप

SFI के छात्रों का आरोप है कि बसु की कार जानबूझकर कैंपस से तेज़ गति से निकल गई. वहीं, TMC के छात्र संगठन से जुड़े छात्रों का दावा है कि प्रदर्शनकारियों ने बसु के साथ धक्का-मुक्की की. आरोप है कि WBCUPA के कार्यक्रम के दौरान तोड़फोड़ की गई. साथ ही, TMC के छात्र संगठन से जुड़े कई सदस्यों पर हमला किया गया. आरोप ये भी है कि कैंपस में मौजूद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के शिक्षा सेल (एकेडमिक विंग) के ऑफ़िस को भी आग के हवाले कर दिया गया.

एक पक्ष यूनिवर्सिटी के कार्यवाहक वाइस-चांसलर भास्कर गुप्ता का भी है. उनका कहना है कि वो घायल छात्रों में से एक इंद्रानुज रॉय से 1 मार्च की रात मिलने गए थे. उसे देखने निकट के एक निजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल गए थे. लेकिन इस दौरान कथित तौर पर वामपंथी छात्रों के एक सेक्शन ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया.

भास्कर गुप्ता के आरोपों के मुताबिक़, जब वो अस्पताल पहुंचे, तो गुस्साए छात्रों ने उनके साथ गाली-गलौज की. उन्होंने भास्कर पर यूनियन चुनाव जैसे मुद्दों पर कुछ नहीं करने का आरोप लगाया. द हिंदू की ख़बर के मुताबिक़, उन्होंने 2 मार्च को बताया,

मैं समझता हूं कि वो इंद्रानुज रॉय की चोट से दुखी और व्यथित हैं. हम सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं. छात्र संघ चुनाव कराना उच्च शिक्षा मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में है. हालांकि, हमने बार-बार सरकार के समक्ष ये मुद्दा उठाया है.

अधिकारियों ने बताया है कि भास्कर गुप्ता ने ब्रत्य बसु से भी बात की है. इस दौरान दोनों ने यूनिवर्सिटी की स्थिति पर चर्चा की. 2 मार्च को दिनभर पुलिस कर्मियों ने परिसर के बाहर एससी मलिक रोड और जादवपुर पुलिस स्टेशन के सामने कड़ी निगरानी रखी थी.

(न्यूज़ एजेसीं PTI के इनपुट के साथ)

वीडियो: मंत्री की गाड़ी से टक्कर के बाद जलगांव में क्यों भड़की हिंसा? भीड़ ने जलाईं दुकानें और गाड़ियां

Advertisement