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बाइक से जा रहे युवक की गर्दन चाइनीज मांझे में फंसी, आधे से ज्यादा गला कटने से मौत

घटना सोमवार, 6 जनवरी की है. मेरठ के कमलापुर के रहने वाले 21 साल के सुहैल शहर किसी काम से गया था. इस दौरान उसके साथ उसका दोस्त नवाजिश भी था. दोनों जैसे ही तेजगढ़ के पास हापुड़ रोड पर पहुंचे, रास्ते में फैले चाइनीज मांझे की चपेट में आ गए.

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एक युवक की चीनी मांझे से गला कटने से मौत हो गई. (तस्वीर-इंडिया टुडे)

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक युवक की चीनी मांझे से गला कटने से मौत हो गई. खबर के मुताबिक दो युवक बाइक से कहीं जा रहे थे. रास्ते में एक पेड़ से लटकता चाइनीज मांझा युवक की गर्दन में फंस गया. बताया गया है कि चलती बाइक का झटका लगने से मांझे ने युवक का आधे से अधिक गला काट दिया. वहीं पीछे बैठे युवक की नाक कट गई. दोनों को स्थानीय लोग अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां डॉक्टरों ने एक युवक को मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक घटना सोमवार, 6 जनवरी की है. मेरठ के कमलापुर के रहने वाले 21 साल के सुहैल शहर किसी काम से गया था. इस दौरान उसके साथ उसका दोस्त नवाजिश भी था. दोनों जैसे ही तेजगढ़ के पास हापुड़ रोड पर पहुंचे, रास्ते में फैले चाइनीज मांझे की चपेट में आ गए. मांझा गले में फंसते ही दोनों गिर पड़े. इस घटना में सुहैल का आधे से अधिक गला कट गया. 

अस्पताल में सुहैल को देखने वाले डॉक्टरों ने बताया कि युवक के गले की बहुत सारी नसें कट गई थीं. इसकी वजह से उसका काफी खून बह गया था जो उसकी मौत की वजह बना. वहीं सुहैल के पिता ने बताया कि उनका बेटा पत्थर काटने की मशीन सही करवाने गया था. घर आते समय यह हादसा हो गया. 

घटना के बाद मेरठ शहर के ASP ने बताया, “कल मेरठ शहर से आते समय युवक घायल हुए थे. उन्हें अस्पताल ले जाया गया. जहां एक की मौत हो गई.”

अधिकारी ने आगे बताया, “चाइनीज मांझे को बिकने से रोकने के खिलाफ लगातार पुलिस का एक्शन चल रहा है. सोमवार देर रात अलग-अलग स्थानों से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से तीन बोरी चाइनीज मांझा मिला है. इनसे पूछताछ की जा रही है कि ये लोग कहां से मांझा लाते हैं और किसे बेचते हैं."

एसीपी ने कहा कि चाइनीज मांझे को रोकने के लिए पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा.

इतना धारदार कैसे है चाइनीज मांझा?

बता दें कि चीनी मांझा पतंगबाजी के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसमें कांच और धातु का पाउडर लपेटा जाता है. इससे मांझे में इतनी तेज धार और मजबूती आ जाती है कि ना तो ये किसी और मांझे से कटता और ना तोड़े से टूटता है. बीते सालों में ये मांझा अनेक बार पशु-पक्षियों के साथ इंसानों के लिए भी जानलेवा साबित हुआ है. भारत में चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध है. इसको बेचने या इस्तेमाल करने पर पांच साल तक की जेल और एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. इसके बावजूद इसके निर्माण, बिक्री और उपयोग पर कोई उल्लेखनीय रोक नहीं लग पाई है.

वीडियो: कैसे बनता है गुजरात में इतना मज़बूत मांझा?