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'बिजली की चिंगारी, लोग चिल्लाने लगे करंट-करंट... ' हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में ऐसे मची भगदड़

Haridwar के Mansa Devi Mandir में दर्शन के लिए पहुंचने के लिए लोगों को पतले रास्ते से गुजरना पड़ता है. कांवर यात्रा के बाद ये रास्ते खोले गए थे. 27 जुलाई की सुबह यहां लोगों की बहुत ज्यादा भीड़ हो गई थी. ऊंचाई के कारण ऊपर जाने के लिए बनाई गई सीढ़ियां भी छोटी हैं. प्रत्यक्षदर्शियों ने अब घटना की पूरी जानकारी दी है.

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प्रत्यक्षदर्शियों के बयान पर पुलिस की प्रतिक्रिया आई है. (तस्वीर: इंडिया)
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अंकित शर्मा

उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर (Mansa Devi Stampede) में मची भगदड़ में 6 लोगों की जान चली गई है. हादसे के कारणों को लेकर कुछ जानकारियां सामने आई हैं. मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने दावा किया है कि वहां बिजली के एक खंभे पर शॉर्ट सर्किट हुआ था. बिजली की चिंगारी निकली. इसके बाद कुछ लोगों ने करंट-करंट चिल्लाना शुरू किया और वहां से भागने की कोशिश करने लगे. इसके बाद भगदड़ मच गई.

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हालांकि, हरिद्वार पुलिस ने इस बात से इनकार किया है. कहा है कि वहां किसी तरह की करंट की घटना नहीं हुई थी. प्रशासन का कहना है कि मंदिर में भारी भीड़ के कारण घटना घटी और इसके कारणों की अभी जांच की जा रही है.

‘शॉर्ट सर्किट के बाद दीवार पर चढ़ गए लोग’

मनसा देवी मंदिर में दर्शन के लिए पहाड़ के ऊपर जाना पड़ता है और घटना करीब 100 मीटर नीचे हुई है. मौके पर मौजूद बंटी और संजू नाम के चश्मदीद ने बिजली के खंभे की ओर इशारा करते हुए इंडिया टुडे ग्रुप को बताया,

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मंदिर के सामने जो ऊपर वाला खंभा है, उसमें बहुत तगड़ा शॉर्ट सर्किट हुआ था. इसी के बाद लोगों ने चिल्लाना शुरू कर दिया. इसके बाद लोग पास वाली दीवार पर चढ़ गए. ये निकला हुआ पाइप देखिए. 

वीडियो देखें-

'आपस में टकराकर गिरने लगे लोग'

इसी बिजली के खंभे के सामने खड़े होकर एक और प्रत्यक्षदर्शी ने बताया,

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यहां पर बहुत ज्यादा जाम लग गया था. हम लोग यात्रियों को आगे बढ़ा रहे थे. यात्रियों ने अफवाह फैला दी कि यहां करंट फैल रहा है. फिर लोग ऊपर दीवार पर चढ़ने लगे थे. एकदम से दबाव हो गया. लोग आपस में टकराकर गिरने लगे. 

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पुलिस का क्या कहना है?

गढ़वाल डिविजन कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने करंट फैलने की बात को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा है,

करंट की बात बिल्कुल गलत है. हादसे के कारणों की जांच की जा रही है.

हरिद्वार SSP प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने कहा है,

घटना के कारण को लेकर अब तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार बिजली के तार में करंट आने की अफवाह को लेकर हादसा हुआ. ये प्राथमिक जानकारी है. कारणों का पता लगाया जा रहा है.

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हरिद्वार DM मयूर दीक्षित ने भी कहा है कि कुछ लोगों ने करंट की अफवाह फैला दी थी. उन्होंने कहा,

प्रथम दृष्ट्या जो जांच की है उसमें यही समझ में आ रहा है कि किसी ने ऐसी अफवाह फैलाई है कि वहां पर करंट आ रहा है, तार में. क्योंकि कुछ हमने फोटोग्राफ्स देखी हैं जिसमें तार टूटे हुए दिखाई दे रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि लोगों ने तार खींच कर दीवार पर चढ़ने का प्रयास किया है और उसी वजह से भगदड़ हुई है. डॉक्टर्स ने भी यही बताया कि जो डेथ हुई है वो भगदड़ की वजह से हुई है ना कि करंट लगने की वजह से. आगे की जांच की जाएगी और हम पता लगाएंगे कि ऐसा क्यों हुआ है.

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कांवड़ यात्रा के बाद खुले थे रास्ते

मनसा देवी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचने के लिए लोगों को पतले रास्ते से गुजरना पड़ता है. कांवड़ यात्रा के बाद ये रास्ते खोले गए थे. 27 जुलाई की सुबह यहां लोगों की बहुत ज्यादा भीड़ हो गई. ऊंचाई के कारण ऊपर जाने के लिए बनाई गई सीढ़ियां भी छोटी हैं. इन्हीं कारणों से जब भगदड़ मची तो लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. SSP ने बताया कि 35 लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जहां 6 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी हादसे पर दुख जताया है.

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