मणिपुर का चुराचांदपुर जिला. वही इलाका जहां बीती 13 सितंबर को पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया था. कुकी बहुल इस जिले में सिक्योरिटी फोर्सेज ने एक नौ फीट लंबा देसी रॉकेट बरामद किया है (9 feet country made rocket recovered in Manipur). रॉकेट का वजन 200 किलोग्राम बताया गया है. अधिकारियों के मुताबिक इसमें विस्फोटक और डेटोनेटर भरे हुए थे. ये रॉकेट संवेदनशील और सीमा से लगे इलाकों में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान बरामद हुआ है.
मणिपुर में क्या चल रहा? PM मोदी जिस जिले में गए थे, वहां 200 किलो का देसी रॉकेट मिला
जानकार बताते हैं कि मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष में अब रॉकेट्स एक नए वॉरफेयर वेपन के रूप में सामने आए हैं. इसके पहले तक IED, और पोंपी गन का इस्तेमाल होता था.


इंडिया टुडे नॉर्थ ईस्ट से जुड़े बाबी शिरीन की रिपोर्ट के मुताबिक रॉकेट रविवार, 5 अक्टूबर को एस लोनफाई और तुईकोंग गांवों के बीच के क्षेत्र में बरामद किया गया. मणिपुर पुलिस ने 8 सितंबर को इसकी पुष्टि की. पुलिस ने अपने बयान बताया है कि ये रॉकेट एक तलाशी अभियान के दौरान मिला. बयान में कहा गया,
“एस लोनफाई और तुईकोंग गांव के बीच के सामान्य क्षेत्र से 200 किलोग्राम वजनी विस्फोटक और डेटोनेटर युक्त रॉकेट बरामद किया गया.”
जानकार बताते हैं कि मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष में अब रॉकेट्स एक नए वॉरफेयर वेपन के रूप में सामने आए हैं. इसके पहले तक मैतेई चरमपंथी IED, और कुकी चरमपंथी पोंपी गन का इस्तेमाल करते थे. पोंपी एक तरह की हैंडमेड तोप होती है. जिसे प्लास्टिक के चौड़े मुंह के पाइप के एक सिरे पर बारूद भरकर तैयार किया जाता था.
लेकिन समय बदला, तो ये टेकनीक भी अपग्रेड हुई. कुकी चरमपंथियों ने मेटल और विस्फोटकों का इस्तेमाल करके हैंडमेड रॉकेट बनाना शुरू कर दिया. ये कम दूरी और कम ऊंचाई तक वार करने वाले रॉकेट होते हैं. छोटे हैंडमेड लॉन्चर की मदद से इनको ऊपरी इलाके से नीचे की जगह पर फायर किया जाता है.
ये रॉकेट कितने शक्तिशाली होते हैं, इसका आभास 6 सितंबर 2024 की एक घटना से लगाया जा सकता है. इस दिन मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री मैरेनबाम कोईरांग के बिष्नुपुर स्थित आवास पर ऐसा ही एक रॉकेट फायर किया गया था. इस घटना में रबि सिंह नाम के एक शख्स की मौत हो गई थी. 5 लोग घायल भी हुए थे. यही नहीं, आवास के पास से रॉकेट का मलबा भी मिला. ये रॉकेट पास की पहाड़ी से फायर किया गया था.
रॉकेट मिलने के बाद मणिपुर पुलिस ने जनता से एक अपील की है. पुलिस का कहना है कि लोग सभी लूटे गए हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक पुलिस या सिक्योरिटी फोर्स को सरेंडर कर दें.
दो उग्रवादी गिरफ्तारइस हफ्ते अलग-अलग काउंटर इनसर्जेंसी ऑपरेशन में मणिपुर पुलिस ने दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया. ये अलग-अलग प्रतिबंधित समूहों से जुड़े थे. 7 अक्टूबर को रिवॉल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट/पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (RPF/PLA) के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसकी पहचान खोंगबंतबम प्रियोबर्ता मेइतेई उर्फ बोइचा (37) के रूप में हुई. पुलिस ने बोइचा को इम्फाल पश्चिम जिले के क्वाकेइथेल कोंगजेंग लेइकाई में उसके घर से गिरफ्तार किया. उसके पास से एक मोबाइल फोन और एक आधार कार्ड बरामद किया गया.
इससे पहले, 6 अक्टूबर को सुरक्षाबलों ने थोकचोम माइकेल सिंह उर्फ मुनन (25) को गिरफ्तार किया. वो इम्फाल पूर्व जिले के कोंगपाल खैदम लेइकाई से गिरफ्तार हुआ. थोकचोम कांग्लेईपाक कम्युनिस्ट पार्टी (प्रोग्रेसिव वॉर ग्रुप) का एक सीनियर मेंबर है. उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है.
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