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डॉक्टर सुसाइड केस में रेप का आरोपी सब-इंस्पेक्टर अरेस्ट, थाने जाकर किया सरेंडर

Maharashtra Doctor Suicide Case: मृतक डॉक्टर ने कथित तौर पर अपनी हथेली पर आरोपी सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडाने के बारे में लिखा था, कई गंभीर आरोप लगाए थे.

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सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडाने (दाएं) ने पुलिस थाने में सरेंडर कर दिया. (फोटो: इंडिया टुडे)

महाराष्ट्र के महिला डॉक्टर सुसाइड केस में आरोपी सब-इंस्पेक्टर (SI) गोपाल बडाने को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले पुलिस ने एक दूसरे आरोपी सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बांकर को गिरफ्तार किया था. मृतक डॉक्टर ने कथित तौर पर अपनी हथेली पर आरोपी सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडाने के बारे में लिखा था, बडाने पर बार रेप करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए थे. डॉ ने बांकर पर मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया था. 

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इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सतारा के SP तुषार दोशी ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडाने ने शनिवार, 25 अक्टूबर की शाम फलटण ग्रामीण पुलिस थाने में सरेंडर कर दिया. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उधर, सह-आरोपी प्रशांत बांकर को सतारा जिला अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

महाराष्ट्र में सतारा के एक सरकारी अस्पताल में तैनात महिला डॉक्टर ने 23 अक्टूबर को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. पीड़िता ने अपनी हथेली पर कथित सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उन्होंने SI गोपाल बडाने पर पांच महीने तक उनके साथ रेप करने का आरोप लगाया. जबकि सॉफ्टवेयर इंजीनियर बांकर ने उन्हें कथित तौर पर मानसिक रूप से परेशान किया.

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सतारा जिले के फलटण में दोनों आरोपियों के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस के मुताबिक, बांकर उस मकान के मालिक का बेटा है जहां डॉक्टर रहती थीं. आत्महत्या से पहले उन्होंने कथित तौर पर उससे फोन पर बातचीत की थी. जांच के दौरान नाम सामने आने के बाद सब-इंस्पेक्टर बडाने को सस्पेंड कर दिया गया था. जांच में यह भी सामने आया कि फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने के लिए महिला डॉक्टर पर एक पूर्व सांसद (MP) का दबाव था.

इस बीच, शिवसेना (UBT) नेता अंबादास दानवे ने पूर्व BJP सांसद रणजीतसिंह नाइक निंबालकर पर डॉक्टर पर दबाव डालने का आरोप लगाया. पत्रकारों से बात करते हुए, दानवे ने कहा कि निंबालकर के दो निजी सहायकों ने एक बार डॉक्टर और निंबालकर के बीच फोन पर बातचीत कराई थी ताकि हिरासत में लिए गए एक आरोपी को ‘फिट’ या ‘अनफिट’ घोषित करने के लिए उन पर दबाव बनाया जा सके.

जवाब में, निंबालकर ने इन आरोपों से इनकार किया. उन्होंने कहा, “आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है और जानबूझकर उनका नाम इस मामले में घसीटा जा रहा है.” वहीं, BJP विधायक सुरेश धास ने मांग की है कि महिला डॉक्टर पर दबाव बनाने की कोशिश करने वाले सांसद को मामले में आरोपी बनाया जाए. हालांकि, उन्होंने किसी नेता का नाम नहीं लिया.

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वीडियो: महाराष्ट्र में महिला डॉक्टर का सुसाइड, हथेली पर लिखे सुसाइड नोट में लगाए गंभीर आरोप

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