मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करके भ्रष्टाचार’ करने का आरोप लगाया है. पार्टी का दावा है कि खंडवा जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय जल संरक्षण पुरस्कार (National Water Conservation Award) जीतने के लिए AI के इस्तेमाल से बनाई गई फर्जी तस्वीरों का सहारा लिया. कांग्रेस ने इसे 'स्मार्ट करप्शन' करार देते हुए राष्ट्रपति तक को गुमराह करने का आरोप लगाया है.
AI कुएं दिखाकर जीता जल पुरस्कार? 'स्मार्ट करप्शन' के आरोप पर खंडवा प्रशासन का जवाब आया
Madhya Pradesh Congress के अध्यक्ष Jitu Patwari ने आरोप लगाया कि AI की मदद से बनाई गई नकली तस्वीरों के आधार पर खंडवा जिला प्रशासन ने राष्ट्रपति से National Water Award हासिल कर लिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी बच्चों को AI सिखाने के बजाय इसकी मदद से भ्रष्टाचार कर रही है.


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर इसे लेकर बीजपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार बच्चों को AI का सही इस्तेमाल सिखाने के बजाय खुद AI की मदद से भ्रष्टाचार कर रही है. उन्होंने दावा किया,
खंडवा में अधिकारियों ने जल संरक्षण के नाम पर दो फीट गहरे गड्ढों को AI की मदद से कुओं में बदल दिया और पूरे क्षेत्र में तरह-तरह के विकास कार्यों की AI से बनाई गई तस्वीरें पोर्टल पर अपलोड कर दीं. और इन्हीं तस्वीरों के आधार पर माननीय राष्ट्रपति से पुरस्कार भी ले लिया गया. जब जमीनी हकीकत सामने आई, तो वहां खेत और खाली मैदान निकले. साफ है कि यह जल संरक्षण नहीं, बल्कि तकनीक से बनाई गई तस्वीरों का खेल था. भाजपा राज में भ्रष्टाचार भी स्मार्ट हो गया.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, खंडवा जिला प्रशासन ने जीतू पटवारी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है. जिला पंचायत CEO नागार्जुन बी गौड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि जल संरक्षण के तहत हुए 1 लाख 29 हजार 46 कामों की जांच के बाद ही असल तस्वीरें पोर्टल पर अपलोड की गई थीं. केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने इन कामों का रैंडम फील्ड इंस्पेक्शन भी किया था. उन्होंने आगे बताया,
जल संरक्षण से जुड़ी तस्वीरें 'कैच द रेन' नाम के एक और पोर्टल पर अपलोड की जाती हैं. यह पोर्टल केवल शैक्षिक और प्रेरक गतिविधियों के लिए है. इस पोर्टल पर AI की मदद से बनाई गई 21 तस्वीरें अपलोड की गई थीं. यह किसी दुर्भावनापूर्ण इरादे से अपलोड की गई थीं और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
बता दें कि नवंबर 2025 में छठवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह का आयोजन हुआ था. खंडवा जिले ने केंद्र सरकार के जल संचय, जन भागीदारी (JSJB) अभियान के तहत जल संरक्षण में बेहतरीन काम करने के लिए देश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया था. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक पहले स्थान पर आने के लिए जिले को दो करोड़ रुपये का इनाम मिला था.
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