The Lallantop

'वो नमाज का स्टेप नहीं शष्टासन था', निलंबित टीचर जबूर तड़वी का दावा

Burhanpur School Namaz: शिक्षक जबूर अहमद तड़वी ने कहा कि उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन पहले इस घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

Advertisement
post-main-image
स्कूली बच्चों को नमाज का स्टेप कराने के आरोपी शिक्षक जबूर अहमद तड़वी (बाएं). (ITG/X @WaqarHasan1231)

छात्रों को ‘नमाज का स्टेप सिखाने’ के आरोप में निलंबित हुए सरकारी टीचर जबूर अहमद तड़वी ने अपना पक्ष रखा है. जबूर मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिला स्थित एक सरकारी स्कूल में टीचर हैं. उन पर आरोप है कि उन्होंने स्कूली बच्चों को सूर्य नमस्कार से पहले नमाज का स्टेप कराया. बच्चों के पेरेंट्स और हिंदू जागरण मंच ने प्रशासन से इसकी शिकायत की थी. फिर जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) संतोष सिंह सोलंकी ने तड़वी को सस्पेंड कर दिया. 

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

अब जबूर अहमद तड़वी ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि वे तो बच्चों को ‘योग’ करा रहे थे. तड़वी ने कहा कि इसे ही नमाज का स्टेप समझ लिया गया.

सस्पेंड होने के बाद तड़वी ने सोमवार, 27 अक्टूबर को सभी आरोपों पर अपनी बात रखी. दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, तड़वी ने बताया कि शासन के नियमों के मुताबिक स्कूल के टाइम टेबल में सुबह 10:30 बजे से 11:00 बजे तक योग का पीरियड होता है. उन्होंने कहा कि इस दौरान सूर्य नमस्कार की पुस्तक से एक 'शष्टासन' कराया गया था, जिसमें बच्चों को खरगोश की तरह बैठकर आगे झुकना होता है. उन्होंने आगे बताया कि इसे ही गलतफहमी में नमाज का स्टेप बता दिया गया.

Advertisement

जबूर अहमद तड़वी ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन पहले इस घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उन्होंने अपने खिलाफ लगे आरोपों को गलत बताया और उनकी सच्चाई पर सवाल उठाए.

इससे पहले शुक्रवार, 24 अक्टूबर को हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अजीत परदेसी और कुछ पेरेंट्स ने आरोप लगाया कि टीचर स्कूली बच्चों से नमाज का स्टेप करा रहे थे. इन शिकायतों के आधार पर DEO ने बयान लिए और टीचर को सस्पेंड कर दिया.

वीडियो: दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा पर एसिड अटैक का केस पलटा, CCTV फुटेज के बाद आरोपी बदल गया?

Advertisement

Advertisement